कैथोलिक चर्च द्वारा आरोप लगाते हुए नन लूसी को चर्च से निकालने का मामला
कोची (केरल) – केरल की कैथोलिक नन लूसी कलापुरा को निकालने के विरोध में किया गया अंतिम आवाहन वेटिकन के ईसाइयों के सर्वोच्च न्यायाधिकरण ने नकार दिया है । उसके बाद नन लूसी कलापुरा को यहां कान्वेंट के निवास स्थान को खाली करने को कहा गया है ।
१. वर्ष २०१५ से लूसी के उसके वरिष्ठों से तनाव के संबंध थे । कोची की एक नन का बलात्कार करने के आरोपी जालंधर के बिशप फ्रांको मुलक्कल को हिरासत में लेने की मांग के लिए सितंबर २०१८ में ननों के सार्वजनिक आंदोलन में लूसी ने सहभाग लिया था । तब से चर्च उसे निकालने की तैयारी कर रहा था ।
२. मई २०१९ में झूठे आरोप में नन लूसी कलापुरा को चर्च छोडने का आदेश दिया गया । उसी वर्ष नन लूसी ने न्यायाधिकरण में अपील की थी; लेकिन सितंबर २०१९ में उसे नकार दिया गया । बाद में लूसी ने वेटिकन के सर्वोच्च न्यायाधिकरण में अंतिम अपील की, परंतु उसे भी नकार दिया गया ।
Franco Mulakkal rape case: Vatican rejects Sister Lucy's appeal against her dismissal https://t.co/lTTRRGI1SK
— Republic (@republic) June 14, 2021
मैं भारतीय न्याय व्यवस्था से न्याय मांगूंगी ! – नन लूसी कलापुरा
वेटिकन द्वारा अपील नकारने के विषय में बोलते हुए नन लूसी ने कहा कि, मैं कान्वेन्ट का निवास स्थान खाली नहीं करुंगी । मैं भारतीय न्याय व्यवस्था द्वारा न्याय मांगूंगी । मैंने स्थानीय न्यायालय में याचिका प्रविष्ट की थी । न्यायालय ने निवास स्थान खाली करने के आदेश को कुछ समय के लिये स्थगिति दी है । याचिका अभी भी न्यायालय में प्रलंबित है । कुछ भी हो जाए मैं कान्वेन्ट खाली नहीं करुंगी ।