शत्रु राष्ट्र के पत्रकार के सामने काश्मीरी हिंदुओं को अपमानित किया गया !

  • कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा पाक के पत्रकार को धारा ३७० रद्द करने का आश्वासन देने का मामला

  • दिग्विजय सिंह को उनकी काश्मीरी हिंदू भाभी द्वारा मिला उपहार !

  • रूबीना ने व्यक्त की काश्मीरी हिंदुओं की व्यथा !

  • पाक के तलवे चाटने वाले ऐसे नेताओं को पाक में भेज देना चाहिए, ऐसा ही राष्ट्र प्रेमियों को लगता है !
  • सतत् शत्रु राष्ट्र का गुणगान करने पर भी संबंधित देश द्रोहियों पर कार्यवाही न होना सरकारी तंत्र के लिए लज्जास्पद ! जहां सरकारी तंत्र में ही राष्ट्राभिमान नहीं होगा, वहां वो जनता में कैसे आएगा ?
रूबीना शर्मा

भोपाल – “शत्रु राष्ट्र के पत्रकार के सामने काश्मीरी हिंदुओं को अपमानित किया गया”, ऐसे शब्दों में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की भाभी रूबीना शर्मा ने सिंह के धारा ३७० पर पुनर्विचार करने के विधान पर आक्रोश व्यक्त किया । रुबीना ने एक समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में सिंह पर टिप्पणी की । रूबीना शर्मा दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह की पत्नी हैं ।

दिग्विजय सिंह ने हाल ही में पाक के एक पत्रकार को साक्षात्कार देते समय ‘कांग्रेस यदि पुन: सत्ता में आई, तो जम्मू-काश्मीर में धारा ३७० लागू करने पर पुनर्विचार करेंगे’, ऐसा आश्वासन दिया था । उनके इस विधान के बाद भाजपा सहित देशभर के विविध राष्ट्र भक्त संघठनों द्वारा उनकी आलोचना की गई थी ।

रूबीना सिंह ने आगे कहा,

१. लोकतंत्र में दिग्विजय सिंह को उनका मत रखने की पूर्ण स्वतंत्रता है; लेकिन उनके विधान के कारण मुझे दु:ख पहुंचा है । मेरी मां भी काश्मीरी थीं । काश्मीर में जब काश्मीरी हिंदुओं का दमन चालू हुआ, तब दिल्ली में हमारा घर होने के कारण हम दिल्ली जा सके; लेकिन जिनका कहीं भी घर नहीं था, उनको अत्यधिक परेशानी हुई । सरकार को ना तो विस्थापित हिंदुओं की चिंता थी ,ना ही उन्होंने काश्मीरी हिंदुओं को किसी भी प्रकार की हानि की भरपाई की । उस भीषण स्थिति के बाद पुन: जीवन जीने के लिए काश्मीरी हिंदुओं की किसी ने भी सहायता नहीं की ।

२. जिस देश से हम लड रहे हैं, उस देश के पत्रकार के सामने काश्मीरी हिंदुओं का अपमान किया गया । कांग्रेस के अनेक नेता ऐसे वक्तव्य करते रहते हैं । इस ओर सरकार को ध्यान देना चाहिए । दिग्विजय सिंह के वक्तव्य को देखते हुए कांग्रेस को ‘उनकी पार्टी की ऐसी कुछ योजना है क्या ?’, यह स्पष्ट करना चाहिए ।

३. यदि काश्मीर पाक में गया, तो शत्रु पंजाब को लेने का प्रयास करेगा, जम्मू-काश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला के परिवार ने मतों के लिए सीमा पार के लोगों को काश्मीर में बसाया । काश्मीरियों का उपयोग केवल चुनाव तक ही किया गया । हमें कुछ भी नहीं मिला ।

४. दिग्विजय सिंह मेरे देवर हैं । इस कारण मैं यह सूत्र पारिवारिक करने के इच्छुक नही हूं, मुझे उनसे लडाई भी नहीं करनी है । उनके विधान के कारण काश्मीरी हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है, यह मुझे बताना है ।

पाक के पत्रकार से चर्चा करना काश्मीरी हिंदुओं के लिए दु:खदायक !

इससे पहले रुबीना शर्मा ने किए ट्वीट में कहा था, ‘काश्मीरी हिंदू और कथित आरक्षण के विषय में दुर्भाग्यपूर्ण चर्चा चल रही है । उसमे ये बातें शत्रु राष्ट्र के पत्रकार को बताई गईं । वो भी ऐसे देश के पत्रकार को जिस देश ने काश्मीरी हिंदुओं को कभी भी शांति से रहने नहीं दिया । हमने आजतक बहुत दु:ख सहन किए हैं । ऐसों से चर्चा करना, यही दु:खदायक और अनावश्यक है ।’