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बेळगांव (कर्नाटक) – कोरोना को रोकने हेतु संपूर्ण राज्य में स्थित मठ-मंदिरों में अग्निहोत्र करने का आदेश दिया जाएगा । राज्य के मुख्यमंत्री बी.एस. येडियुरप्पा ने यहां के एक कार्यक्रम में ऐसा प्रतिपादित किया । शहर के हुक्केरी हिरेमठ में ८० से भी अधिक मठाधीशों द्वारा आयोजित किए गए अग्निहोत्र, धन्वंतरी और सुदर्शन होम के कार्यक्रम में सम्मिलित होकर उन्होंने ये विचार व्यक्त किए । इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को राज्य के मंदिरों में अग्निहोत्र करने का आदेश देने की सूचना दी गई थी । उस पर मुख्यमंत्री ने उक्त घोषणा की ।
हुक्केरी मठ के चंद्रशेखर शिवाचार्य स्वामीजी ने कहा कि
१. अग्निहोत्र करने से कोरोना को दूर रखा जा सकता है । उसके लिए धर्मादाय विभाग के माध्यम से मठ-मंदिरों में अग्निहोत्र करवाने की सूचना दी जाए । कोरोना से सभी लोगों को मुक्त करने हेतु सभी मठाधीश आशीर्वाद दें ।
२. नित्य सूर्याेदय, साथ ही सूर्यास्त के समय अग्निहोत्र करने से रोगों के जीवाणुओं का नाश होता है, साथ ही १ किमी की दूरी पर स्थित वातावरण की शुद्धि होती है ।
३. अग्निहोत्र करने हेतु पिरामिड के आकारवाला तांबे का बरतन, अखंड (अक्षत) साथ ही बिना पॉलिश के चावल और गाय के शुद्ध घी की आवश्यकता होती है । इसका दहन करने से उस व्यक्ति की आजू-बाजू में तथा ऊपर-नीचे १० फीटतक ऋणात्मक अंश और चाहे किसी भी रोग के जीवाणु हों, तब भी उनका नाश करने की शक्ति अग्निहोत्र से उत्पन्न धुएं में होती है । पूरे राज्य में अग्निहोत्र करने से कोरोना जैसी महामारी को रोका जा सकता है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘देशव्यापी कोरोना को नियंत्रण में लाने के लिए ‘अग्निहोत्र किया जाए’, यह बताने का दायित्व केंद्रीयमंत्री प्रह्लाद जोशी को सौंपा गया है ।