धारवाड (कर्नाटक) में धर्मांधों द्वारा अवयस्क हिन्दू लडकी पर बलात्कार

पीडित लडकी ने की आत्महत्या

शरीयत कानून के अनुसार ऐसे धर्मांधों के हाथ-पैर तोडकर भरे चौराहे पर फांसी देने के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं !

धारवाड (कर्नाटक) – यहां एक अवयस्क हिन्दू लडकी पर बशीर द्वारा बलात्कार करने के कारण पीडित लडकी ने कीटनाशक औषधि प्राशन कर ली । चिकित्सालय में उपचारों के दौरान उसकी मृत्यु हो गई । पुलिस बशीर को ढूंढ रही है । बशीर इस लडकी के परिवार से परिचित था । वह यहां के खेत में काम करता था तथा उनके घर भी आता-जाता था । इस घटना पर सामाजिक माध्यमों से प्रतिक्रियाएं व्यक्त हो रही हैं । बशीर को कठोर दंड देने की मांग की जा रही है ।

१. पीडिता की मां के अस्वस्थ होने के कारण वह लडकी दोपहर को मंदिर में दीपक जलाने गई थी । मंदिर से लौटते समय उसका पीछा कर रहे बशीर उसको खींचकर गन्ने के खेत में ले गया और वहां उस पर बलात्कार किया ।

२. पीडित लडकी घर पहुंची, तब उसके कपडे कीचड से सने हुए थे । अभिभावकों के पूछने पर उसने कहा कि वह खेत में गिर गई है; परंतु दूसरे दिन सवेरे उसने अभिभावकों को सत्य घटना बताई । अभिभावकों ने उसे चिकित्सालय चलने को कहा । उसके लिए तैयार होते समय उसने स्नानगृह में जाकर कीटनाशक औषधि प्राशन कर ली, उसे तत्काल चिकित्सालय में भरती किया गया । वहां उपचारों के दौरान कुछ ही दिनों में उसकी मृत्यु हो गई ।

३. राज्य के मंत्री अमृत देसाई ने लडकी के घर जाकर परिजनों का सांत्वना देते हुए कहा कि आरोपी को उचित दंड दिया जाएगा, हम आपके साथ हैं ! गृह सचिव बसवराज बोम्मायी ने कहा, ‘पुलिस को सूचना दी गई है कि इस प्रकरण में आरोपी कितना भी सामर्थ्यवान हो, उसे कठोर दंड अवश्य मिलना चाहिए’ । केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी बोले, ‘लडकी के परिवार को १ लाख रुपए दिए जाएंगे’ ।