मुसलमानों से निकाह करने हेतु बाध्य किया
- पाक के अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर हो रहा अन्याय, अपहरण, धर्मांतरण, बलात्कार किसी भी अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को कैसे दिखाई नहीं देता ?
- पाक में नरकयातना भोगनेवाले अल्पसंख्यक हिन्दुओं को बचाने के लिए क्या केंद्र सरकार प्रयत्न करेगी ?
इस्लामाबाद – पाक के सिंध प्रांत में ३ अवयस्क हिन्दू लडकियों का अपहरण कर उन्हें बलपूर्वक इस्लाम में धर्मांतरित किया गया तथा उन्हें मुसलमान युवकों से निकाह करने हेतु बाध्य किया गया । यह घटना अत्यंत संतापजनक है । अधिवक्ता राहत ऑस्टिन ने ट्वीट कर इस संबंध में जानकारी दी है ।
१. पहली घटना सिंध प्रांत के दक्षिण क्षेत्र में स्थित टंडो मोहम्मद खान नामक जनपद में घटी । वहां के एक मुसलमान युवक ने एक अवयस्क हिन्दू लडकी का अपहरण कर उसका इस्लाम में धर्मपरिवर्तन किया तत्पश्चात बलपूर्वक उसके साथ निकाह किया ।
२. दूसरी घटना भी इसी जनपद में घटी । यहां एक मुसलमान युवक ने एक १५ वर्षीय हिन्दू लडकी को शस्त्र का भय दिखाकर उसका अपहरण किया । तत्पश्चात मौलवी ने बलपूर्वक उसका धर्मपरिवर्तन किया तथा एक अन्य मुसलमान लडके से उसका निकाह करवा दिया ।
A 15-year-old Hindu girl Suntara D/o Raisingh Kohli is abducted by Armed men in Village Rais Nehal Khan Jamali, police station Sheikh Bhirkiyo, Tando Muhammad Khan, Meerpurkhas, Sindh-Pakistan.Armed men entered in home & taken girl by force for sexual exploitation. 01-6-2020 pic.twitter.com/thrIR6nUd1
— Rahat Austin (@johnaustin47) June 1, 2020
३. तीसरी घटना सिंध के मीरपुरखास की है । वहां भी इसी प्रकार एक मुसलमान युवक ने शस्त्र के बल पर एक अवयस्क हिन्दू लडकी का अपहरण कर उसका धर्मांतरण किया । इसके विरोध में उस लडकी के पिता ने पुलिस में शिकायत प्रविष्ट की । तब आरोपियों ने लडकी के पिता को धमकाया कि यदि आप अपनी लडकी को वापस ले जाने का प्रयत्न करेंगे, तो हम उसकी हत्या कर देंगे; क्योंकि इस्लाम स्वीकारने के पश्चात छोडने पर मृत्यु दंड का विधान है ।
सिंध प्रांत में प्रत्येक वर्ष होता है १ सहस्र हिन्दू लडकियों का अपहरण और धर्मांतरण !
अमेरिका के ‘सिंधी फाउंडेशन’ ने जानकारी दी है कि, ‘पाक के सिंध प्रांत में प्रतिवर्ष १ सहस्र हिन्दू लडकियों का अपहरण कर बलपूर्वक उनका धर्मांतरण किया जाता है । ये लडकियां १२ से २८ आयुवर्ग की होती हैं । अपहरण करने के पश्चात मौलवी हिन्दू लडकियों का निकाह मुसलमान युवकों से करवा देते हैं ।‘