Masood Azhar : “काश ! मैं भी मारा गया होता, तो अच्छा होता ।” – मसूद अजहर

जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर के 10 रिश्तेदार मारे गए 

नई दिल्ली – भारत की सैन्य कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर के १० रिश्तेदार और ४ करीबी सहयोगी आतंकवादी मारे गए हैं । बहावलपुर स्थित जैश के मुख्यालय ‘मरकज़ सुब्हान अल्लाह मस्जिद’ पर ४ मिसाइलों से आक्रमण किया गया, जिसमें ये लोग मारे गए । मसूद अजहर ने कहा, “मेरी बड़ी बहन और उसका पति, मेरा भतीजा और उसकी पत्नी, मेरी भांजी और उसके ५ बच्चे मारे गए । साथ ही मेरे करीबी सहयोगी भी मारे गए । अगर मैं भी मारा गया होता, तो अच्छा होता ।”

“हम पीछे हटने को तैयार हैं ।” – पाकिस्तान

पाकिस्तानी रक्षा मंत्री, जिन्होंने दी थी परमाणु आक्रमण की धमकी, अब पीछे हटे !

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान अपनी रक्षा कर सकता है, लेकिन यदि भारत रुकता है, तो हम भी रुकेंगे । यदि भारत पीछे हटने को तैयार है, तो हम कोई कार्रवाई नहीं करेंगे । पाकिस्तान शांति का प्रस्ताव दे रहा है और तनाव बढ़ने से रोक रहा है ।

लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर की मौत

सूत्रों के अनुसार, मुरिदके स्थित मरकज़ तैयबा पर किए गए आक्रमण में लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख कमांडर हाफिज अब्दुल मलिक मारा गया। वह संगठन की रणनीतिक गतिविधियों का महत्वपूर्ण भाग था तथा सुरक्षा एजेंसियों को लंबे समय से वांछित था ।

इस आक्रमण में २६ लोग मारे गए, ४५ घायल – पाकिस्तानी सेना

पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने बताया कि भारत ने २४ मिसाइलें चलाईं थीं । इसमें २६ लोगों की मौत हुई तथा ४५ लोग घायल हुए । उन्होंने दृढ़ता से कहा कि भारतीय आक्रमण के उत्तर में पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य चौकियों को नष्ट कर दिया एवं ४ भारतीय लड़ाकू विमान व ड्रोन मार गिराए ।

उन्होंने बताया कि भारत ने नीलम-झेलम जलविद्युत परियोजना के नोसरी बांध को भी चिन्हित किया है, जिससे क्षति हुई है । इस तरह के आक्रमण कभी स्वीकार नहीं किए जाएंगे और इससे दोनों देशों के बीच बड़ा संकट पैदा हो सकता है ।

“भारतीय हमले में कई नागरिक मारे गए !” – पाकिस्तान

भारत ने आतंकियों को मारा, परंतु पाकिस्तान नागरिकों की मृत्यु की बात कहकर दुनिया को भ्रमित करने का प्रयास कर रहा है ।

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक वक्तव्य द्वारा भारतीय कार्रवाई की निंदा की तथा कहा कि इसमें कई नागरिक, महिलाएं एवं बच्चे मारे गए हैं । भारतीय राजनयिक को बुलाकर बताया गया कि यह कार्रवाई पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन है तथा इससे क्षेत्रीय शांति को संकट है ।

“भारत की सैन्य कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण है !” – चीन

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भारत की सैन्य कार्रवाई को लेकर चिंता दिखाई । उन्होंने कहा, “भारत की सैन्य कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण है । हमें वर्तमान परिस्थिति को लेकर चिंता है । चीन हर प्रकार के आतंकवाद का विरोध करता है और दोनों पक्षों से संयम बरतने का निवेदन किया है ।”

तुर्की के विदेश मंत्री हकान फिदान ने पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री इशाक डार से फोन पर बात की और तुर्की का समर्थन व्यक्त किया ।

इजराइल का भारत को समर्थन

भारत में इज़राइली राजदूत रूवेन अज़र ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर लिखा, “इज़राइल भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है । आतंकियों को यह जान लेना चाहिए कि निर्दोषों के विरुद्ध उनके गंदे अपराध अब सहन नहीं किए जाएंगे ।”

शांति का मार्ग खोजें – संयुक्त अरब अमीरात

संयुक्त अरब अमीरात के विदेश घटनाओ के उपप्रधानमंत्री शेख अब्दुल्ला बिन ज़ायेद अल नहयान ने कहा कि संकटों का समाधान शांतिपूर्ण बातचीत तथा कूटनीति के द्वारा किया जाना चाहिए ।

दोनों पक्ष संयम बरतें – रूस

रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़ाखारोवा ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव को लेकर रूस चिंतित है । हमने दोनों देशों से संयम बरतने का निवेदन किया है जिससे वातावरण और न बिगडे ।

प्रधानमंत्री मोदी ने सेना की सराहना की 

भारत की इस सैन्य कार्रवाई के बाद ७ मई की सुबह मंत्रिमंडल की बैठक हुई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए तीनों सेनाओं की सराहना की । उन्होंने कहा, “यह नया भारत है । यह हमारे लिए गर्व का क्षण है । सेना ने कम समय में सटीक आक्रमण किया ।”

सरकार ने ८ मई को सुबह ११ बजे एक सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे ।

११ भारतीय हवाई अड्डों पर काम बंद ।

भारत द्वारा पाकिस्तान पर किए गए हवाई आक्रमण का असर देशभर के हवाई यातायात पर पड़ा है । जम्मू, श्रीनगर, लेह, चंडीगढ़, धर्मशाला, अमृतसर, बीकानेर, जोधपुर, राजकोट, भुज तथा जामनगर जैसे ११ हवाई अड्डों का संचालन अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है ।

संपादकीय भूमिका

मसूद अजहर को यह स्मरण रखना चाहिए कि उसकी यह इच्छा अल्लाह शीघ्र ही पूरी करेगा ।