संभल (उत्तर प्रदेश) – यहां दंगाइयों द्वारा पुलिस पर फेंके गए पत्थरों का उपयोग अब पुलिस चौकियां बनाने में किया जा रहा है । इन पत्थरों से संभल में कुल ३८ पुलिस चौकियां बनाई जा रही हैं, जहां मुस्लिम दंगाइयों ने हिंसा की । संभल में पुलिस पर आक्रमण करने वाले दंगाई अब जमानत के लिए न्यायालय के चक्कर लगा रहे हैं; परंतु न्यायालय ने उन्हें कोई राहत देने से मना कर दिया है । (दंगाइयों को उन्हीं की भाषा में उत्तर देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बधाई के पात्र हैं । अन्य राज्यों के नागरिकों को भी इससे सीख लेकर योगी आदित्यनाथ जैसे देशभक्त और धार्मिक मुख्यमंत्री को चुनने का प्रयास करना चाहिए ! – संपादक)
VIDEO | Here’s what Sambhal SP Krishna Kumar said on outposts being constructed with the stones pelted on the police.
“A total of 38 outposts are being built in Sambhal with the stones pelted at police on November 24… A ‘Safe Sambhal’ initiative has also been launched by the… pic.twitter.com/NOOWy7OgQc
— Press Trust of India (@PTI_News) March 6, 2025
१. संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार ने कहा कि दंगाइयों द्वारा फेंके गए पत्थरों से पुलिस चौकियों की नींव रखी जा रही है । प्रशासन की सहायता से पुलिस ने जिले में ‘सुरक्षित संभल’ नामक परियोजना का क्रियान्वयन आरंभ कर दिया है । इसमें ३ करोड़ रुपये की लागत से कई चेहरा पहचानने वाले कैमरे लगाए जा रहे हैं । अब तक संभल में ६०० कैमरे लगाए जा चुके हैं । इससे किसी भी व्यक्ति की पहचान करने में सहायता मिलेगी ।
२. ५ मार्च २०२५ को १४ दंगाइयों ने संभल कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी दी । इनमें से ४ की याचिकाओं पर सुनवाई स्थगित कर दी गई, जबकि अदालत ने १० दंगाइयों की जमानत याचिका रद्द कर दी ।
३. २४ नवंबर २०२४ को इस्लामी कट्टरपंथियों ने संभल स्थित शाही जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंसा की थी । उन्होंने पुलिस पर पत्थर फेंके और कई वाहनों में तोड़फोड़ की । इस समय गोलीबारी भी हुई । इस दंगे में ४ लोगों की मौत हो गई थी ।
संपादकीय भूमिकापुलिस को तत्परता की भावना पैदा करनी चाहिए ताकि दंगाई अब पत्थर उठाने की भी हिम्मत न कर सकें ! |