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जमुई (बिहार) – यहां हनुमान चालिसा का पाठ कर लौट रहे हिन्दुओं पर मुसलमानबहुत क्षेत्र में स्थित मस्जिद के पास धर्मांध मुसलमानों ने पथराव कर आक्रमण किया, साथ ही अनेक वाहनों में तोडफोड की । इसमें महिलाओं सहित १० हिन्दू कार्यकर्ता घायल हुए । इस घटना के उपरांत यहां तनाव है तथा शहर में इंटरनेट सेवा बंद की गई है । पुलिस प्रशासन ने इस प्रकरण में कुछ लोगों को बंदी भी बनाया है ।
Jamui, Bihar: Attack on Hindus Near Mosque while they were Returning from Hanuman Chalisa Recitation – 10 injured
Mu$l|m women & children also allegedly involved in the attack
Negligent police officers suspended
Attacks on Hindu religious processions near mosques are not new.… pic.twitter.com/408T0tQS7I
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) February 17, 2025
१. हिन्दू स्वाभिमान संगठन के कार्यकर्ता १६ फरवरी को जमुई के बलियाडीह गांव में हनुमान चालिसा का पाठ करने गए थे । पाठ कर लौटते समय मस्जिद के पास ३०० से ४०० धर्मांध मुसलमानों की भीड ने उनकी वाहनों पर आक्रमण किया ।
२. धर्माध मुसलमानों की भीड ने इन हिन्दू कार्यकर्ताओं के वाहनों की खिडकियां तोडी तथा कार्यकर्ताओं पर ईंट तथा पत्थर फेंके । इस आक्रमण में हिन्दू स्वाभिमान संगठन के जिलाध्यक्ष नितीश कुमार तथा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की कार्यकर्त्री खुशबू पांडेसहित लगभग १० कार्यकर्ता घायल हुए ।
३. ‘न्यूज १८ बिहार’के समाचार के अनुसार आक्रमण करनेवालों में मुसलमान महिलाएं तथा बच्चे भी सहभागी थे ।
४. घायल खुशबू पांडे ने कहा कि बलियाडीह गांव के भालेश्वर नाथ मंदिर में हनुमान चालिसा के पाठ का कार्यक्रम था । प्रसाद लेने के उपरांत लौटते समय मस्जिद से थोडी दूरी पर अकस्मात पथराव आरंभ हुआ । वाहनों में तोडफोड की गई । घटनास्थल पर ‘अल्लाहू अकबर’के (अल्लाह के महान होने के) नारे लगाए जा रहे थे । इसमें मुझे ढूंढकर मारने की उनकी योजना थी, साथ ही पुलिसकर्मियों पर भी आक्रमण करने का उनका षड्यंत्र था; परंतु ईश्वर की कृपा से मैं बच गई ।
५. इस प्रकरण में पुलिस प्रशासन से निष्क्रियता बरते जाने का आरोप लगाया जा रहा है । इस पर जमुई के पुलिस अधीक्षक मदन कुमार आनंद ने बताया कि हनुमान चालिसा का पाठ कर वापस लौटनेवाले लोगों के विरुद्ध नारेबाजी किए जाने के उपरांत वहां उपस्थित पुलिस दल ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित नहीं किया । उन्होंने स्वयं ही स्थिति पर नियंत्रण रखने का प्रयास किया तथा मार्ग बदलने के विषय में भी बोला । हमने संबंधित पुलिसकर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा है तथा उन्हें निलंबित भी किया है ।
६. इस घटना के उपरांत पुलिस ने अपराध पंजीकृत किया है । इसमें ८ लोगों का समावेश है तथा ५० अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है । कार्यवाही करते समय पुलिस ने ९ अपराधियों को भी बंदी बनाया है । गांव में शांति बनाए रखने हेतु बडी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है ।
संपादकीय भूमिका
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