बांग्लादेश के विद्यार्थी नेता तथा सरकार के परामर्शदाता आसिफ महमूद का वक्तव्य
ढाका (बांग्लादेश) – भूतपूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना सरकार के विरुद्ध विद्यार्थियों के विद्रोह का प्रमुख चेहरा रहनेवाले २६ वर्षीय आसिफ महमूद विद्यार्थी नेता ने कहा, ‘भाजपा भारत में सरकार चला रही है । उसमें हिन्दुओं के लिए घोषणापत्र है, हम इस घोषणापत्र के विरोध में हैं । बांग्लादेश के लोगों को हिन्दुत्व अच्छा नहीं प्रतीत होता ।’ वर्तमान में आसिफ बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में परामर्शदाता भी है । आसिफ ने दावा किया था कि बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों पर, विशेष रूपसे हिन्दुओं पर आक्रमण राजनीतिक सूत्र है ।
‘Currently the BJP is running the government in India. It has a manifesto for Hindus, which we oppose. People in Bangladesh don’t like Hindutva.’ – Asif Mahmood (Student leader in Bangladesh and advisor to the government)
It would not be wrong to say that ‘India does not like… pic.twitter.com/FonnB4rCHD
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) December 19, 2024
भारत के एक दैनिक को दिए साक्षात्कार में आसिफ महमूद ने कहा कि,
१. भारत के अनेक नेता बांग्लादेश के विरुद्ध द्वेष फैला रहे हैं । हमारे लोग भारत से अप्रसन्न हैं; क्योंकि भारत शेख हसीना को सहायता कर रहा है । शेख हसीना वहां मुकाम पर हैं तथा भाषण दे रही हैं । यदि भारत ने उन्हें वापस भेजा, तो बांग्लादेश के साथ भारत के संबंध सुधरेंगे ।
२. वर्ष २०१९ में भारत में नागरिकता सुधार कानून तथा राष्ट्रीय नागरिकता पंजीकरण कानून सम्मत हुए । हमने उसका विरोध किया । इसलिए भारत से बडी संख्या में स्थानांतरित मुसलमान बांग्लादेश में वापस आ सकते हैं । यह नीति मुसलमानों के विरोध में है ।
३. जो शेख हसीना सरकार के साथ थे, हम उनके विरोध में हैं । यही भारतद्वेष का कारण है । इसलिए बांग्लादेश के लोग भारतीय उत्पाद पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं । शेख हसीना सत्ता में आने के पश्चात अवामी लीग के १० सहस्र लोगों को कारागृह में डाला गया । (इसे कहते हैं अत्याचार ! यह बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की तानाशाही ही है ! – संपादक)
संपादकीय भूमिका‘भारत काे बांग्लादेशी जिहादी अच्छे नहीं प्रतीत होते’, यदि ऐसा कहा, तो वह चूक नहीं सिद्ध होना चाहिए ! |