‘धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज’ फिल्म यदि सिनेमाघरों में नहीं दिखाई गई तो दक्षिण भारतीय फिल्में बंद कर देंगे !

कोल्हापुर, 8 दिसंबर (वार्ता) – छत्रपति संभाजी महाराज का पराक्रम और स्वराज्य के लिए उनका योगदान युवा पीढ़ी तक पहुंचना आवश्यक है। लेकिन अचानक राज्य के कई सिनेमाघरों में इस फिल्म का प्रदर्शन बंद कर दिया गया है। इसके बजाय एक दक्षिण भारतीय फिल्म प्रदर्शित की जा रही है। इसीलिए यदि ‘धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज’ फिल्म नहीं दिखाई गई तो दक्षिण भारतीय फिल्में बंद कर दी जाएंगी, ऐसी चेतावनी ‘आस्था सामाजिक संस्था’ की अध्यक्ष स्वाति पिसाळ ने कराड में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। इस अवसर पर ‘मानव परिवर्तन और विकास बहुउद्देश्यीय सेवाभावी संस्था’ की अध्यक्ष राधिका पन्हाळे, मराठा महासंघ के अनिल घराळ, शिवसेना के राजेंद्र माने सहित अन्य लोग उपस्थित थे। इस संबंध में एक निवेदन मुख्यमंत्री, पुलिस अधीक्षक और प्रांताधिकारी को दिया जाएगा।

निवेदन देते हुए हिंदुत्वनिष्ठ

‘धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज’ फिल्म सत्य इतिहास पर आधारित होने के कारण इसे चालू रखा जाए ! – शाहू सिनेमाघर, कोल्हापुर को निवेदन

‘धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज’ फिल्म छत्रपति संभाजी महाराज के सत्य इतिहास पर आधारित होने के कारण इसे चालू रखा जाए, ऐसी मांग का निवेदन कोल्हापुर के हिंदुत्ववादी संगठनों की ओर से यहां के शाहू सिनेमाघर को दिया गया। इस सिनेमाघर में फिल्म का प्रदर्शन बंद कर दिया गया है। यह निवेदन ‘शांतीदूत मर्दानी अखाड़ा’ की पहल पर दिया गया। (ऐसा निवेदन क्यों देना पड़ता है ? प्रशासन स्वतः इस मामले में कार्रवाई क्यों नहीं करता ? – संपादक) इस अवसर पर अखाड़े के श्री. दत्ता शिंदे के साथ श्री शिवप्रतिष्ठान हिंदुस्थान के श्री. आशीष लोखंडे, हिंदू जनजागृति समिति के श्री. शिवानंद स्वामी, ‘महाराजा प्रतिष्ठान’ के संस्थापक श्री. निरंजन शिंदे, हिंदू एकता आंदोलन के शहराध्यक्ष श्री. गजानन तोडकर, महाराष्ट्र मंदिर महासंघ के श्री. अभिजीत पाटील, ‘मराठा तितुका मेळवावा’ के श्री. योगेश केरकर सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

‘धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज’ चित्रपट का ट्रेलर 

संपादकीय भूमिका 

दक्षिण भारतीय मनोरंजन फिल्मों के लिए छत्रपति संभाजी महाराज का गौरवशाली इतिहास दिखाने वाली फिल्म ‘धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज’ के शो को कम करना महाराष्ट्र के लिए निश्चित ही गर्व की बात नहीं है। शासन को तुरंत इस मामले पर ध्यान देकर इस फिल्म को न्याय दिलाने के लिए प्रयास करने चाहिए।