Bahraich Violence : बहराइच (उत्तर प्रदेश) में श्रीदुर्गादेवी मूर्ति के विसर्जन जुलूस पर मुसलमानों का आक्रमण !

  • एक हिन्दू की क्रूर हत्‍या

  • क्रोधित हिन्दुओं द्वारा मुस्लिमों के घर एवं दुकानों की आगजनी

बहराइच (उत्तर प्रदेश) – यहां रेहूमा मन्‍सूर नामक मुसलमान बहुसंख्यक गांव के महाराजगंग क्षेत्र से श्री दुर्गादेवी का मूर्ति विसर्जन जुलूस जाते समय डिजे (बडा ध्‍वनिक्षेपक तंत्र) लगाने परसे हुए विवाद में धर्मांध मुस्लिमों ने जुलूस पर पथराव करते हुए आक्रमण किया । इसका हिन्दुओं द्वारा सटीक प्रत्‍युत्तर दिया गया । तब मुस्लिमों ने राम गोपाल मिश्रा (आयु २२ वर्ष) पर गोलीबारी कर, जबकि नुकीले शस्‍त्रों से वार कर क्रूर हत्‍या की । इस कारण हिन्दू अधिक क्रोधित हुए तथा उन्होंने यहां के घर एवं दुकानों को आग लगा दी । पुलिस ने मोहम्मद फहीम, मोहम्मद नानकाऊ, मोहम्मद सरफराज, मोहम्मद साहिर खान, मोहम्मद मारूफ अली, मोहम्मद अब्‍दुल हमीद के साथ ही अन्य २५ लोगों को बंदी बनाया है । वर्तमान में महाराजगंज में अघोषित कर्फ्यू लगाया गया है । साथ ही इंटरनेट बंद किया गया है ।

बराबर क्या हुआ था ?

जुलूस जब मुसलमानबहुसंख्यक क्षेत्र से जाने लगा, तब डिजे लगाने परसे विवाद हुआ । अब्‍दुल हमीद अपने बच्चे साबलू, सरफराज एवं फहीम के साथ घटनास्‍थल पहुंचा एवं उसने अपशब्द बोलना आरंभ किया । इस समय अन्‍य मुस्लिमों ने घर के छत परसे पथराव किया । जिसमें श्री दुर्गादेवी की मूर्ति का हाथ टूट गया । तदुपरांत लोगों ने विसर्जन जुलूस रोककर विरोध आरंभ किया । हिन्दुओं ने पथराव का सटीक प्रत्‍युत्तर दिया एवं उनमें से राम गोपाल मिश्रा, अब्‍दुल हमीद के घर के छत पर चढ गया तथा वहां स्थित हरे रंगका ध्वज निकालकर वहां भगवा ध्‍वज स्थापित किया । तदनंतर धर्मांध मुस्लिम उसे खींचकर घर में ले गए एवं उसके नाखून खींच लिए । तदनंतर उसके सिरपर गोलियां मार दी, एवं उसपर नुकीले शस्‍त्रों से वार किए । इस कारण उसकी उसी स्थान पर मृत्यु हो गई । राम गोपाल को बचाने आया हुआ राजन भी गंभीर रीतिसे घायल हो गया । राजन को चिकित्सालय में भर्ती किया गया है । इस हिंसा में १२ लोग घायल हो गए हैं । राम गोपाल मिश्रा का ३ माह पूर्व ही विवाह हुआ था ।
इस घटना से क्रोधित भीड ने यहां के मुस्लिमों के घर तथा दुकानों को आग लगा दी । दोपहिया वाहन के एक बडे दुकान को भी (‘शो रूम’ को भी) आग लगाई गई । साथ ही एक चिकित्सालय को भी आग लगाई गई है । कहा जाता है कि पुलिस के कुछ वाहन भी जलाए गए हैं ।

जबतक अपराधियों पर कार्रवाई नहीं होती, तबतक अंतिम संस्‍कार नहीं करेंगे ! – हिन्दुओं की चेतावनी

मृत राम गोपाल मिश्रा के आसपास हिंदू एकत्र हुए

हिन्दुओं ने कहा है, ‘जबतक राम गोपाल मिश्रा की हत्‍या करनेवालों पर कार्रवाई नहीं की जाती, तबतक उसके पार्थिव पर अंतिम संस्‍कार नहीं करने देंगे ।’ उन्होंने यहां के जिला चिकित्सालय के बाहर आंदोलन आरंभ किया है । राम गोपाल मिश्रा की माताजी ने कहा है कि हत्‍या का प्रतिशोध हत्या से ही लेना चाहिए, जबकि उसकी बहन ने प्रसारमाध्‍यमों से साक्षात्कार के समय कहा, ‘जबतक अपराधियों को फांसी देकर दफन नहीं किया जाता, तबतक भाई के पार्थिव पर अंतिम संस्‍कार नहीं करेंगे ।’

ओटोप्सी (पोस्टमोर्टम) करने पर राम गोपाल को गोली मारने के साथ ही चाकू से वार किया गया होने का भी उजागर हुआ है । १४ अक्टूबर को सवेरे मृतदेह घर पर पहुंचने पर ५ – ६ सहस्र हिन्दुओं ने भीड की । मृतदेह लेकर लोगों ने लगभग ५ कि.मी. अंतिम संस्कार जुलूस निकाला । इस समय कुछ स्थानों पर भीडने आगजनी आरंभ की । अनेक स्थानों पर क्रोधित हिन्दुओं ने अनेक घरों को आग लगा दी । महसी तहसील की प्रमुख हाट को आग लगा दी । पुलिस उनको नियंत्रित करने में निराश दिखाई दी ।

मूक दर्शक पुलिस पर कार्रवाई की जानी चाहिए ! – मृत राम गोपाल का भाई वैभव की मांग

मृत राम गोपाल के भाई वैभव मिश्रा ने कहा, ‘हम मूर्ति लेकर जा रहे थे । इस समय अब्‍दुल हमीद के घर में से अचानक पथराव आरंभ हुआ । पुलिस वहां होते हुए भी उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की । मेरा बडा भाई आगे आया एवं पथराव करनेवालों को रोकने का प्रयत्न किया; परंतु पुलिस ने हिन्दुओं को ही पीछे धकेला । पुलिस ने हम पर लाठियां बरसाईं । पुलिस पर कार्रवाई की जाए, ऐसी हमारी इच्‍छा है ।’

पुलिस ने लाठीमार करने पर लोग क्रोधित हुए ! – पुलिस अधीक्षक का दावा

पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्‍ला ने कहा, ‘विसर्जन जुलूस पर हुए पथराव की घटना का पूजा समिति के लोगों ने विरोध किया, तब पुलिस ने लाठीमार किया । (पथराव करनेवालों पर लाठीमार करने की अपेक्षा हिन्दुओं पर ही लाठीमार करनेपर हिन्दुओं ने विरोध किया, तो इसमें चूक क्या है ? इस लाठीमार की जांच होनी चाहिए ! – संपादक) तदनंतर भगदड मच गई । इस कारण तनाव और भी बढ गया । इस प्रकरण में पुलिस ने दोनों दलों के २५ लोगों को नियंत्रण में लिया है । उनकी जांच की जा रही है । लोगों को समझाने पर मूर्ति विसर्जन आरंभ हुआ ।

इस हिंसा के कारण क्षेत्र के लगभग १ सहस्र १०० मूर्तियों का विसर्जन रोका गया था । अपराधियों को बंदी बनाने पर लोगों ने मूर्ति विसर्जन करना आरंभ किया ।

हिंसा करनेवालों को नहीं छोडूंगा ! – मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ

इस घटना की गंभीरता से लेते हुए मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने चेतावनी देते हुए कहा, ‘हिंसा करनेवालों को छोडूंगा नहीं ।’ इसी के साथ उन्होंने आगे कहा, ‘इस घटना के लिए जिन्होंने अनदेखी की, साथ ही अविवेकपूर्ण उत्तरदायी ऐसी पुलिस एवं प्रशासकीय अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी ।’

२ पुलिस अधिकारी निलंबित

इस प्रकरण में लापरवाही दिखानेवाले २ पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया गया है ।

संपादकीय भूमिका

  • उत्तर प्रदेश में भाजपा का हिन्दुत्‍वनिष्‍ठ प्रशासन होते हुए भी हिन्दुओं की ऐसी स्‍थिति न होने पाएं, अन्‍यथा ‘हिन्दुओं की रक्षा कौन करेगा ?’, ऐसा प्रश्‍न किसी के भी मन में उठ सकता है !

 

  • योगी आदित्‍यनाथ की सरकार धर्मांधों पर कठोर कार्रवाही करती है, ऐसा होते हुए भी उनकी वृत्ति में कोई परिवर्तन नहीं होता, यही इससे ध्यान में आता है ! इस कारण हिन्दुओं को कैसी स्‍थिति का सामना करना पड रहा है, यह बात उन्हें ध्यान में रखकर संगठित होना चाहिए !