Zakir Naik : भारत में आना सरल है; किंतु वहां से बाहर निकलना कठिन है ! – जाकिर नाइक

मलेशिया भागा हुआ आतंकवादियों का प्रेरणास्रोत डॉ. जाकिर नाइक का भारत लौटने पर वक्तव्य !

आतंकवादियों का प्रेरणास्रोत डॉ. जाकिर नाइक

कुआलालंपुर – मुझे भारत में आना अत्यंत सरल है; किंतु वहां से बाहर निकलना कठिन है, ऐसा बयान भारत को वांछित और कारावास के भय से मलेशिया भागा हुआ आतंकवादियों का प्रेरणास्रोत डॉ. जाकिर नाइक ने दिया । पाकिस्तानी यूट्यूबर नादिर अली ने कुछ समय पूर्व जाकिर नाइक का साक्षात्कार लिया। इस साक्षात्कार में नादिर अली ने जाकिर नाइक से भारत लौटने के बारे में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में नाइक ने उपरोक्त बयान दिया। भारत ने वर्ष 2016 में जाकिर नाइक के ‘इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन’ पर प्रतिबंध लगा दिया था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने उसके विरुद्ध ‘यूएपीए’ के अंर्तगत अपराध भी प्रविष्ट किया है ।

जाकिर नाइक ने आगे कहा, “यदि मैं भारत गया तो मुझे ‘रेड कार्पेट’ बिछाकर स्वागत किया जाएगा और मुझसे कहा जाएगा ‘अंदर आओ और जेल में बैठो’। भारत की सूची में मैं पहले नंबर का आतंकवादी हूं । मुझ पर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं । उन आरोपों में से एक भी आरोप सिद्ध नहीं हुआ है। कहा गया कि बांग्लादेश का एक आतंकवादी मेरा फेसबुक अनुयायी (फॉलोवर) था तथा उसने मुझसे प्रेरणा ली थी। प्रेरणा देना और अनुयायी होना, ये अलग-अलग चीजें हैं ।”

संपादकीय भूमिका 

भारत को चाहिए कि वह मलेशिया के साथ सभी व्यापारिक संबंध समाप्त कर दे, जो ऐसे वांछित अपराधियों को संरक्षण दे रहा है । इससे मलेशिया को सबक मिलेगा ! भारत ने अब तक कभी इतनी कठोरता नहीं दिखाई, जिसके कारण छोटे-छोटे देश भी भारत पर धौंस जमाते हैं और जिहादी जाकिर जैसे लोगों का लाभ होता है !