बीकानेर (राजस्थान) – यहां के रेतीले टीलोंवाले क्षेत्र में ९ सितंबर को भारतीय और अमेरिकी सेना का संयुक्त युद्धाभ्यास प्रारंभ हुआ । यह दोनों देशों के मध्य अबतक का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास है, जो २२ सितंबर तक चलेगा । इस युद्धाभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के मध्य समन्वय दृढ़ करना और देश में तथा विश्व के समक्ष आने वाली चुनौतियों का सामना करना है । इस अभ्यास के अंतर्गत उप-पारंपरिक क्षेत्रों में संयुक्त सैन्य क्षमता और आतंकवाद विरोधी कार्यवाही बढाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा । युद्धाभ्यास के लिए अमेरिकी सेना का दल ८ सितंबर को सायंकाल ‘महाजन फायरिंग रेंज’ पर पहुंचा ।
सर्वप्रथम, दोनों देशों के सैनिक अपने-अपने शस्त्रास्त्रों की जांच-परख करेंगे । भारतीय सैनिक अमेरिकी सैनिकों को आकाश से उतरकर शत्रु का लक्ष्य भेदने का प्रशिक्षण देंगे । भारत निर्मित शास्त्रों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी । भारतीय सैनिक अमेरिकी शस्त्रास्त्रों को चलाने का प्रशिक्षण लेंगे और ‘एके २०३’ रायफल जैसे आधुनिक शस्त्र भी चलाएंगे ।
अमेरिका भारत में पहली ही बार चलाएगा ‘हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम’ !
अमेरिका की ओर से पहली ही बार भारतीय सेना के ‘महाजन फील्ड फायरिंग रेंज’ में ‘हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम’ तैनात किया जाएगा । यह प्रणाली लंबी दूरी के लक्ष्य का अचूक भेदन करने में सक्षम है ।