नई दिल्ली – भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा ने वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक, २०२४ के संदर्भ में ७ सदस्यों की एक समूह का गठन किया है। इस टीम में उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, हरियाणा, गुजरात तथा हिमाचल प्रदेश के वक्फ बोर्डों के अध्यक्ष एवं भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दो सदस्य सम्मिलित हैं।
यह गुट विभिन्न राज्यों में जाकर मुस्लिम विद्वानों से चर्चा करेगी। उनकी समस्याओं को समझेगी और विधेयक पर सुझाव इकट्ठा करेगी। साथ ही, यह वक्फ बोर्ड संशोधन की आवश्यकता एवं इसके लाभ के बारे में उन्हें समझाएगी।
१.इस संदर्भ में लोकसभा सांसद जगदंबिका पाल की अध्यक्षता में ३१ सदस्यीय संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन किया गया है। इस समिति में लोकसभा के २१ एवं राज्यसभा के १० सदस्य हैं।
२.समिति की पहली बैठक २२ अगस्त को हुई थी। दूसरी बैठक ३० अगस्त को नई दिल्ली में हुई थी। बैठक के पश्चात समिति ने लोगों की मत एवं सुझाव मांगे हैं। इसके लिए १५ दिनों का समय दिया गया है। वक्फ संशोधन विधेयक पर ‘जेपीसी’ की अगली बैठक ५ तथा ६ सितंबर को होने वाली है।
३. संसदीय कार्य एवं अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने ८ अगस्त को लोकसभा में वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक, २०२४ प्रस्तुत किया था। विरोधी दलों के विरोध के बाद यह विधेयक बिना किसी चर्चा के लोकसभा से ‘जेपीसी’ को भेजा गया था।