हरिद्वार (उत्तराखंड) – कावड यात्रा 26 जुलाई को हरिद्वार शहर के ज्वालापुर क्षेत्र से जाने वाली थी; लेकिन उससे पूर्व ही इस मार्ग पर पड़ने वाली 2 मस्जिदों और 1 मजार को पर्दों से ढक दिया गया था । जैसे ही इसकी सूचना जिला प्रशासन को मिली तो प्रशासन ने यह कहते हुए सभी पर्दे हटा दिए कि ‘हमने इस तरह से पर्दे लगाने का कोई निर्देश नहीं दिया था ।’
1. इस संबंध में हरिद्वार के पुलिस अधीक्षक स्वतंत्र कुमार ने कहा कि इन यात्रा मार्गों पर बैरिकेड्स (बैरिकेड्स) लगाए जा रहे थे, उसी समय गलती से पर्दा लग गया होगा । इसके पीछे कोई गलत मंशा नहीं थी ।
2. इस संबंध में संरक्षक मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि कावड़ यात्रा के समय कोई अप्रिय घटना न हो तथा यात्रा सुचारू रूप से चले, यह सुनिश्चित करने के लिए मस्जिद एवं मंदिर के सामने परदे लगाये गये थे। इसका उद्देश्य दंगे भड़काने का नहीं था ।