Pakistani Terror Attack Reasi Pilgrims : जम्मू में हिन्दू श्रद्धालुओं पर हुए हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकी !

जम्मू में हिन्दू श्रद्धालुओं पर हमले का मामला

जम्मू कश्मीर – यहां के रियासी इलाके में श्री वैष्णव देवी मंदिर जा रहे हिन्दू श्रद्धालुओं की बस पर आतंकवादियों के हमले में ७ श्रद्धालु, १ बस चालक और एक बस वाहक की मौत हो गई । आतंकवादियों द्वारा बस चालक पर गोलीबारी करने के बाद, उसने वाहन से नियंत्रण खो दिया और बस घाटी में गिर गई। इसके बाद भी आतंकियों ने बस पर फायरिंग कर दी । आतंकियों ने ३०  से ४० राउंड फायरिंग की । इससे घायल नागरिक बस में ही पड़े रह गये । दोनों आतंकी पाकिस्तानी हैं । पुलिस की जानकारी के मुताबिक इस आतंकी हमले के पीछे आतंकी अबू हमजा का हाथ है और उसकी खोज जारी है ।

जिस बस पर हमला हुआ, उसमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान राज्यों के श्रद्धालु शामिल थे। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है । सरकार ने मृतकों के परिजनों को १०  लाख रुपये और घायलों को ५० हजार रुपये नुकसान के तौर पर देने का ऐलान किया है ।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा जांच !

मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई है । ड्रोन से घटनास्थल की जांच की जा रही है। फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई है।

मैं बस में मरने का नाटक करके और लेटकर बच गया ! भाविक ने बताया हाल

बस में सवार एक यात्री भाविक ने बताया कि हमारी बस के घाटी में गिरने के बाद भी आतंकी बस पर फायरिंग कर रहे थे । वे बीच-बीच में रुक रहे थे और हमारी बस पर फायरिंग कर रहे थे । ‘ इसलिए हमें मरने का नाटक करना पड़ा और बस में लेटना पड़ा। आतंकियों ने करीब २० मिनट तक फायरिंग की । ३०  मिनट बाद पुलिस मौके पर पहुंची और हमें बाहर निकाला । एक अन्य श्रद्धालु ने कहा कि ६-७ आतंकवादी थे। उनके चेहरे ‘मास्क’ से ढके हुए थे। शुरुआत में उन्होंने बस को सड़क पर घेर लिया और गोलीबारी की। जैसे ही बस घाटी में गिरी, वे बस की ओर उतरे और यह सुनिश्चित करने के लिए गोलीबारी करते रहे कि सभी लोग मारे गए। हम चुप पडे रहे।

‘द रेसिस्टन्स फ्रंट’ ने लिया आक्रमण का दायित्व !

इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा की शाखा जिहादी आतंकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ ने ली है । इस संगठन को पाकिस्तान का समर्थन है । इस संगठन के आतंकी लेवहां जंगल में छुपे हुए थे और अचानक बस के सामने आ गए और गोलीबारी शुरू कर दी ।

संपादकीय भूमिका 

  • पिछले ३४ वर्षों से पाकिस्तान भारत में, विशेषकर कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियां कर रहा है, जबकि यह बात दुनिया जानती है, भारत ने कभी भी पाकिस्तान को स्थायी सबक नहीं सिखाया है, ये अभी तक के सभी राजनीतिक दल और सरकारों के लिए लज्जास्पद !
  • हिन्दुओं पर हो रहे इन हमलों के बावजूद यह कहना गलत नहीं होना चाहिए कि यह स्थिति जारी रहेगी क्योंकि इस संबंध में हिन्दुओं ने कभी भी सरकार पर दबाव नहीं डाला है! यदि इस स्थिति को बदलना है ,तो हिन्दुओं को संगठित होकर सरकार पर दबाव बनाना आवश्यक है !
  • पहले भी आतंकवादियों ने हिन्दू श्रद्धालुओं की बसों को निशाना बनाया है और कई निर्दोष हिन्दुओं की हत्या की है। क्या सरकार ने इस हमले से कोई सबक नहीं लिया? हिन्दुओं को इस बात का जवाब मिलना चाहिए कि जम्मू-कश्मीर में हिन्दुओं के खिलाफ संकट की गवाह बन रही बसों में हथियारबंद पुलिसकर्मी क्यों नहीं हैं ?