रामजन्मभूमि आंदोलन में धर्मप्रेमी हिन्दुत्वनिष्ठों का अमूल्य योगदान !

उन दिनों में श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन प्रतिदिन तीव्र बनता जा रहा था तथा उसका नेतृत्व विश्व हिन्दू परिषद ने (विहिप ने) किया था । रा.स्व. संघ इस आंदोलन का समर्थन करे, यह विहिप की अपेक्षा थी तथा संघ ने वैसा किया भी । जिस परिसर में विहिप का कार्य अल्प था अथवा नहीं था, वहां संघ ने दायित्व लिया ।

रामजन्‍मभूमि मुक्‍ति का अविरत संघर्ष ! 

रामजन्‍मभूमि मुक्‍ति हेतु कुल ७६ लडाईयां हुईं, यह इतिहास है । ईसापूर्व १५० में सर्वप्रथम ग्रीक राजा मिनंडर (मिलिंद) ने आक्रमण कर अयोध्‍या स्‍थित श्रीरामपुत्र कुश द्वारा निर्मित मंदिर ध्‍वस्‍त किया । आगे जाकर शुंगकाल में मिनंडर की पराजय होने पर रामजन्‍मभूमि मुक्‍त हुई; किंतु अयोध्‍या को उसका गतवैभव कुछ मात्रा में पुनः प्राप्‍त हुआ ईसापूर्व १०० के आसपास !