‘पद्मविभूषण’, ‘पद्मभूषण’ एवं ‘पद्मश्री’ पुरस्कार तथा उनके वास्तविक अधिकारी !

‘केंद्र सरकार ने वर्ष १९५४ से ‘पद्म’ पुरस्कार प्रदान करना आरंभ किया । २६ जनवरी को राष्ट्रपति के हस्तों ये पुरस्कार दिए जाते हैं । ‘भारतरत्न’ के उपरांत ‘पद्मविभूषण’ पुरस्कार दूसरा प्रतिष्ठित सम्मान है । अभी तक २४२ लोगों को ये पुरस्कार प्रदान किए गए ।

चिकित्सकीय अध्ययन एवं साधना, इन दोनों में सफलता प्राप्त करनेवाली सनातन की युवा साधिका डॉ. (कु.) श्रिया साहा !

बंगाल की दैवी युवा साधिका तथा डॉ. (कु.) श्रिया साहा ने एक ही समय पर चिकित्सकीय अध्ययन एवं साधना के प्रयास किए । उन्होंने चर्मरोग विशेषज्ञ की (एम.डी. डर्मेटोलॉजी) शिक्षा ली है, साथ ही साधना में प्रगति कर ६२ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त किया है ।

अनिष्ट शक्तियों के कारण होनेवाले कष्टों को मात करने के लिए आध्यात्मिक स्तर पर उपचारों की क्षमता व साधना बढाएं !

‘मनुष्य के जीवन में आनेवाली ८० प्रतिशत समस्याओं के पीछे प्रारब्ध, अतृप्त पूर्वजों के लिंगदेह से कष्ट, अनिष्ट शक्तियों के कष्ट इत्यादि आध्यात्मिक कारण होते हैं ।’