विश्व के १५० देशों को १२० लाख करोड रुपए ऋण देकर संकट में पड गया चीन !
विश्वपर स्वयं का वर्चस्व स्थापित करने हेतु चीन ने विश्व के १५० देशों को अनुमानित १२० लाख करोड रुपए का ऋण दिया है; परंतु इस ऋण की वसूली होने की संभावना अल्प होने लगी है ।
विश्वपर स्वयं का वर्चस्व स्थापित करने हेतु चीन ने विश्व के १५० देशों को अनुमानित १२० लाख करोड रुपए का ऋण दिया है; परंतु इस ऋण की वसूली होने की संभावना अल्प होने लगी है ।
चीन में वर्षा होने पर भारत में छाता खोलनेवाले कम्युनिस्ट देशद्रोही ही हैं, यह उनके विचारों से पुनः एक बार स्पष्ट होता है ! इसमें से उन्हें यह दिखाना है कि कश्मीर के संबंध में भारत द्वारा लिया गया निर्णय अनुचित था और इसलिए ही चीन ने आक्रमण किया है !
हमारे देश की ओर आंखें उठाकर देखनेवालों को भारत ने सबक सिखाया है । भारतीय सैनिकों ने दिखा दिया है कि, भारत माता की ओर जो आंखें उठाकर देखेगा, तो उनकी आंखें निकालने की शक्ति हममें है ।
नेपाल की घुसपैठ देखते हुए भारत को अब उसे कठोर प्रत्युत्तर देने की आवश्यकता है, अन्यथा उसके सिर पर चढने की संभावना है !
यहां के पिपरिया में जिला गौरक्षा प्रमुख रवि विश्वकर्मा की २६ जून को सायंकाल अज्ञातों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी । इस हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है ।
कुछ आक्रमणकारियों ने उनके साथ अमानवीय रूप से मारपीट कर उन्हें कलायत के खरकपांडवा गांव के खेत में फेंक दिया । गंभीररूप से घायल महंतजी को चिकित्सालय में भर्ती किया गया, परंतु चिकित्सा के समय उनकी मृत्यु हुई ।
कांग्रेस के भूतपूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह वर्ष २००६ में विश्व के सर्वाधिक ऊंचे सैनिक क्षेत्र सियाचिन से भारतीय सेना हटाने के लिए पाक के साथ चर्चा कर रहे थे ।
इससे पूर्व ‘ईडी’ ने इस प्रकरण में उन्हें अनेक बार पूछताछ के लिए बुलाया था; परंतु कोरोना के संकट का कारण बताकर पटेल ने पूछताछ हेतु जाने में टालमटोल की थी । ‘ईडी’ ने दावा किया है कि, ‘संदेसरा बंधुओं द्वारा किया गया यह घोटाला पंजाब नेशनल बैंक के घोटाले से भी बडा है ।’
उत्तरप्रदेश के मदरसों में हुई सभी कर्मचारियों की नियुक्तियों की पूछताछ की जानेवाली है, ऐसा अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री मोहसिन रजा ने बताया ।
भारत-चीन सीमापर चीन द्वारा भारत के २० सैनिकों को मार डालने की पृष्ठभूमिपर यहां के ‘चाईना जंक्शन’ नाम के गांव के लोगों ने उनके गांव का चीनी नाम बदलने का निश्चय किया है ।