‘कुतुब मीनार को कुतुबुद्दीन ऐबक ने निर्माण किया था’, पुस्तकों के माध्यम से ऐसा सिखानेवाले एनसीईआरटी के पास उसके कोई प्रमाण नहीं हैं !
एन सी ई आर टी के इतिहास की एक पुस्तक में पढाया जाता था कि बादशाह शाहजहां एवं औरंगजेब ने, युद्ध की अवधि में मुगलों द्वारा जो हिन्दू मंदिर ध्वस्त किए गए थे, उनके पुनर्निर्माण के लिए वित्तीय सहायता का प्रावधान किया था ।