स्वीडन में अब कुरान, बायबल एवं ज्यू धर्मियों की ‘टोरा’ धार्मिक पुस्तक जलाने हेतु मांग की अर्ज !

एक महिला ने भी कुरान जलाने की अनुमति पुलिस से मांगी है । पुलिस का कहना है कि अब तक हमने किसी की भी मांग को अस्वीकार नहीं किया है । प्रत्येक की मांग की समीक्षा की जाएगी ।

बेंगलुरु में एशियाई फुटबॉल प्रतियोगिता जीतने पर २६ सहस्त्र भारतीय दर्शकों ने गाया वंदे मातरम !

इस रोमांचक क्षण के वीडियो सामाजिक माध्यमों द्वारा बडी मात्रा में प्रसारित हुए हैं ।

नीदरलैंड सरकार अगले वर्ष से विद्यालयों में मोबाइल प्रयोग पर प्रतिबंध लगाएगी !

सरकार का कहना है कि, यंत्रों का शिक्षा पर परिणाम होता है । विद्यार्थी अध्ययन पर ध्यान केंद्रित नहीं कर सकते ।

‘बीबीसी’ द्वारा फ्रान्स की हिंसा को अप्रत्यक्ष समर्थन देने का समाचार प्रकाशित !

‘पत्रकारिता एकपक्षीय नहीं होनी चाहिए’, यह सत्य है; परंतु उसका संतुलन बनाए रखते समय हिंसा का समर्थन करना, यह निषेधार्ह ही है । अर्थात भारत के धर्मांधों को सदैव समर्थन देनेवाली बीबीसी से फ्रान्स के संदर्भ में और क्या अपेक्षा की जा सकती है ?

जागतिक स्तर पर ३ जुलाई था अब तक का सबसे उष्ण दिन !

इस परिस्थिति के लिए वैज्ञानिक उपकरणों का अत्यधिक उपयोग कारणीभूत है ! यदि अभी इस पर लगाम नहीं लगाई, तो अगली पीढियों के लिए यह परिस्थिति और अधिक भयानक होगी, यह समझ लें !

टैक्सास (अमेरिका) में गुरुपूर्णिमा के दिन १० सहस्र लोगों ने किया श्रीमद्भगवद्गीता का सामूहिक पठन !

‘योग संगीता ट्रस्ट, अमेरिका’ और ‘एस.जी.एस. गीता फाउंडेशन’ ने संयुक्त रूप से इस कार्यक्रम का आयोजन किया था । पहली बार ही अमेरिका में गीता पाठ का कार्यक्रम हुआ है ।

सैन फ्रान्सिस्को (अमेरिका) के भारतीय वाणिज्य दूतावास पर खालिस्तानियों का आक्रमण !

शक्तिशाली अमेरिका में भारतीय दूतावास पर पुनः पुनः आक्रमण किया जाता है, यह अमेरिका के लिए लज्जाजनक ! भारत को भारतीय संपत्ति की रक्षा के लिए अमेरिका पर दबाव डालना आवश्यक है !

धर्मांध मुसलमानों द्वारा फ्रांस के उपरांत अब बेल्जियम एवं स्वित्जरलैंड में भी हिंसाचार !

दंगे करनेवालों में मुसलमान नवयुवतीयों का भी समावेश है । यहां इन धर्मांधों द्वारा पेट्रोल बम का उपयोग किया जा रहा है ।

(…..और इनकी सुनिए) ‘जिहाद के माध्यम से फ्रांस बनेगा इस्लामी देश !’ – पैलेस्टाईन के मौलाना अबु तकी अल-दिन-अल् दारी

इस्लाम को तो शांति का धर्म कहा जाता है, तो उसके नाम पर संबंधित मौलाना का वक्तव्य, साथ ही फ्रांस में चल रही हिंसा से इस्लामी देशों का ‘इस्लाम सहयोग संगठन’, साथ ही संपूर्ण विश्व के इस्लामी विद्वान चुप क्यों बैठते हैं ?

नगरसेवक (मेयर) की हत्या करने का प्रयास !

फ्रान्स में लगातार ५ दिनों से हिंसा आरंभ ही है । हिंसा करनेवाले धर्मांध मुसलमानों ने पॅरिस के उपनगर के नगरसेवक के निवासस्थान को जलती हुई चारपहिए की गाडी से टक्कर मारी ।