कोरोना के कारण मृत लोगों के परिवार को देने के लिए मुआवजे की राशि निश्चित करें ! – उच्चतम न्यायालय का केंद्र सरकार को आदेश

कोरोना महामारी के कारण मृत लोगों के परिवार के लिए मुआवजे की राशि निश्चित करें, एक याचिका पर सुनवाई करते समय ऐसा आदेश उच्चतम न्यायालय ने केंद्र सरकार को दिया ।

कोलकाता में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की जांच समिति के सदस्यों पर आक्रमण !

बंगाल में कानून का शासन ही शेष नहीं है, इसलिए वहां राष्ट्रपति शासन लागू करना ही एकमात्र विकल्प बचा है ; यह सरकार को अब ध्यान रखना चाहिए ।

इन्स्टाग्राम ने हिंदु देवताओं के आपत्तिजनक चित्र हटाए !

इन्स्टाग्राम द्वारा पोस्ट किए हुए हिंदू देवताओं के आपत्तिजनक चित्र हमने निकाल दिए हैं, ऐसी जानकारी इन्स्टाग्राम की ओर से दिल्ली उच्च न्यायालय में दी गई है ।

धन बल एवं राजनीतिक प्रभाव के कारण बलात्‍कार का आरोपी पूर्व बिशप फ्रैंको मुलक्‍कल बच रहा था कानूनी कार्यवाही से !

‘कर्नाटक उच्‍च न्‍यायालय के पूर्व न्‍यायाधीश माइकिल फ्रान्‍सिस सालढाणा ने यह दावा किया है कि बलात्‍कार का आरोपी पूर्व बिशप फ्रैंको मुलक्‍कल धन बल और राजनीतिक प्रभाव के कारण कानूनी कार्यवाही से बच रहा था ।’

बेतिया (बिहार) में अज्ञात लोगों द्वारा राम-जानकी मंदिर में स्थित मूर्तियों की तोडफोड !

चंपारण (बिहार) – यहां के राम-जानकी मंदिर में अज्ञात लोगों द्वारा मूर्तियों की तोडफोड किए जाने की घटना सामने आई है । इसके कारण क्षुब्ध ग्रामवासियों ने सडक बंद आंदोलन किया ।

असम में वर्ष २०३८ तक मुसलमान बहुसंख्यक हो जाएंगे !

असम में मुसलमानों की जनसंख्या बढने की दर ऐसी ही रही, तो वर्ष २०३८ तक असम में हिंदू अल्पसंख्यक हो जाएंगे, और मुसलमान बहुसंख्यक हो जाएंगे

ऑनलाईन विक्रय हेतु भगवान शिव तथा पार्वती की प्रणयलीला के छायाचित्र वाले भ्रमणभाष का आच्छादन रखकर फ्लिपकार्ट द्वारा हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं का घोर अनादर

फ्लिपकार्ट ऑनलाईन विक्रय करनेवाले प्रतिष्ठान ने ऑनलाईन विक्रय हेतु उनके संकेतस्थल पर भगवान शिव तथा माता पार्वती की प्रणयलीला के छायाचित्र वाले भ्रमणभाष का आच्छादन रखा था ।

कोरोना काल में भारत की सहायता करने के नाम पर पाकिस्तानी संस्थाओं द्वारा करोडों रुपए का चंदा इकट्ठा किया गया !

‘डिसइन्फो लैब’ द्वारा प्रकाशित ब्योरे में यह आशंका व्यक्त की गई है कि कोरोना की दूसरी लहर के कारण जहां भारत में हाहाकार मची थी, उसी समय भारत की सहायता करने के नाम पर अमेरिका और पाकिस्तान की कुछ सेवा संस्थाओं ने करोडों रुपए का चंदा इकट्ठा किया ।