पंजाब में आतंकवाद तथा रक्तपात का षड्यंत्र !
ऐसे षड्यंत्रों को नष्ट करने हेतु अब केंद्र सरकार को कडे कदम उठाने चाहिए !
ऐसे षड्यंत्रों को नष्ट करने हेतु अब केंद्र सरकार को कडे कदम उठाने चाहिए !
खंडा प्रतिबंधित संगठन ‘बब्बर खालसा इंटरनेशनल’ इस खालिस्तानी आतंकवादी संगठन का सदस्य है । साथ ही वह ‘खालिस्तान लिबरेशन फोर्स’ से जुड़े कुुवंत सिंह खुराना का लड़का है ।
पुलिस ने अमृतपाल की मर्सिडीज कार को हस्तगत कर लिया है । अब तक अमृतपाल के ११२ सहयोगियों को बंदी बनाया जा चुका है ।
अमृतपाल सिंह युवकों को आत्मघाती आक्रमण के लिए तैयार कर रहा था ।
सरकार को अब इन चारों के विरुद्ध देशद्रोह कानून के अंतर्गत फास्ट ट्रैक न्यायालय में मुकदमा चलाकर फांसी का दंड देने का प्रयास करना चाहिए !
खलिस्तानी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के मुखिया अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने जालंधर के नकोदरा भाग में पकड लिया है, यह समाचार १८ मार्च को सभी समाचार माध्यमों से प्रसारित हुआ था; परंतु इसकी पुष्टि पुलिस ने नहीं की थी और इनकार भी नहीं किया था ।
सरकार को लोकतंत्र में रहनेवालों तथा अपनी बात को प्रस्तुत करनेवालों को असंवैधानिक पद्धति से बंदी बनाने से स्वयं का रोकना चाहिए; क्योंकि पंजाब ने इसके पहले बहुत कुछ सहा है । ऐसा आवाहन श्री अकालतख्त साहिब के जत्थेदार (प्रमुख) ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने किया है
खालिस्तान आंदोलन को कुचलने के लिए बिना रुके पंजाब, देश के अन्य हिस्सों और विदेशों के खालिस्तानियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के प्रयास किए जाने चाहिए !
यदि ऐसा हुआ, तो यह भारत के लिए लज्जास्पद होगा ! भारत खालिस्तानवादियों की ओर गंभीरता से कब देखेगा ? ऐसा प्रश्न निर्माण होता है !
खालिस्तानियों के राष्ट्र विरोधी आंदोलन को कुचलने का समय आ गया है, सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए !