खालिस्तानी अमृतपाल सिंह को पंजाब से बंदी बनाया गया

गत ३६ दिनों से भागा हुआ पंजाब के ‘वारिस पंजाब दे’ इस खालिस्तानी संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह को अंततः पुलिस ने यहां के रोडे गांव स्थित भिंडरावाले गुरुद्वारा से बंदी बनाया । यह गांव खालिस्तानी आतंकवादी जर्नेलसिंह भिंडरावाले का जन्म स्थान है ।

खालिस्तानी अमृतपाल की पत्नी को अमृतसर हवाई अड्डे (एयरपोर्ट) पर अधिकारियों ने लंदन जाने से रोका !

उसकी जांच के उपरांत उसे पुनः वापस भेज दिया गया, अर्थात पंजाब में जल्लूपुर खेडा गांव भेज दिया गया । 

चेहरे पर भारत का राष्ट्रध्वज बनाने से युवती को पंजाब के सुवर्ण मंदिर में प्रवेश नहीं मिला ।

पंजाब में अलगाववाद किस स्तर तक पहुंच गया है, यह ध्यान में आता है । केंद्र सरकार ने समय रहते ही ऐसे सभी अलगाववादी तत्त्वों पर कठोर कार्यवाही नहीं की, तो परिस्थिति हाथ के बाहर जाने की ही संभावना अधिक है !

पाकिस्तानी ड्रोन से भेजी गई २१ करोड़ रुपए की हेरोइन जप्त

पाकिस्तान से तस्करों ने बच्चीविंड गांव में भेजे ड्रोन पर भारतीय सैनिकों ने गोलीबारी कर उसे भगा दिया ।

खालिस्तानी अमृतपाल का साथी पपलप्रीत सिंह पकडा गया !

पुलिस ने उसे पंजाब के होशियारपुर में पकडा है । अमृतपाल और पपलप्रीत एक ही दोपहिया वाहन से भागे थे ।

अमेरिका स्थित पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की बेटी को खालिस्तानियों द्वारा धमकी

भगवंत मान की बेटी सीरत को खालिस्तानियों द्वारा चलदूरभाष से धमकी देकर अपशब्द बोले गए (गाली-गलौज की गई) । सीरत भगवंत मान की प्रथम पत्नी की बेटी है ।

अमृतपाल सिंह ने खालिस्तान के लिए स्वतंत्र आर्थिक मुद्रा (करेंसी) एवं सेना खडी करने का रचा था षड्‌यंत्र !

‘इतना सब हो गया, तबतक भारत का सुरक्षा तंत्र क्या कर रहा था ?’ सामान्य जनता के मन में ऐसा प्रश्न उपस्थित होना स्वाभाविक है !