पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के लिए कोलकाता उच्च न्यायालय में पुन: याचिका प्रविष्ट करेंगे – चित्रपट निर्मित्री रोशनी अली
हिन्दुओं के त्योहारों पर पर्यावरण के नाम पर न्यायालय में याचिका प्रविष्ट करने वाले धर्मांध अपने धर्म के उत्सव के समय होने वाले प्रदूषण के समय चुप क्यों बैठते हैं ? इससे इनका हिन्दू द्वेष ही स्पष्ट होता है, यह धर्मनिरपेक्षता का गुणगान करने वाले हिन्दुओं को कब समझ में आएगा ?