छत्तीसगढ पुलिस ने खजुराहो (मध्य प्रदेश) से कालीचरण महाराज को बंदी बनाया !

कांग्रेस सरकार के पुलिस की इतनी तत्परता राज्य में नक्सलियों, हिन्दुओं का धर्मांतरण करने वाले ईसाई मिशनरियों, गोहत्या करने वालों आदि के विरुद्ध क्यों नहीं है ?  – संपादक


रायपुर (छत्तीसगढ) – यहां के धर्म संसद में मोहनदास गांधी के विरुद्ध कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में, छत्तीसगढ पुलिस ने मध्य प्रदेश के खजुराहो से कालीचरण महाराज को बंदी बनाया है । उन पर देशद्रोह का अपराध प्रविष्ट किया गया है । रायपुर के पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के अनुसार, कालीचरण महाराज खजुराहो से २५ किलोमीटर दूर बागेश्वर धाम में किराए के मकान में रह रहे थे । रायपुर पुलिस ने प्रातःकाल ४ बजे उन्हें बंदी बनाया । सायंकाल तक पुलिस कालीचरण महाराज को लेकर रायपुर पहुंचेगी ।

कांग्रेस सरकार की पुलिस द्वारा, कालीचरण महाराज को बंदी बनाने से, मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार क्रोधित !

अंतरराज्यीय नियमों का कथित उल्लंघन !

यदि कांग्रेस सरकार ने इस प्रकरण में अंतरराज्यीय नियमों का उल्लंघन किया है, तो केंद्र सरकार को हस्तक्षेप कर उचित कार्यवाही करनी चाहिए !  – संपादक

मध्य प्रदेश के भाजपा सरकार ने कालीचरण महाराज को बंदी बनाने प्रकरण के लिए छत्तीसगढ के कांग्रेस सरकार की आलोचना की है । भाजपा सरकार ने कहा है कि, ‘छत्तीसगढ के कांग्रेस सरकार ने मध्य प्रदेश पुलिस को सूचित किए बिना कालीचरण महाराज को बंदी बना कर अंतर्राज्यीय नियमों का उल्लंघन किया है ।’ मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को बंदी बनाने की प्रक्रिया के संबंध में छत्तीसगढ के पुलिस महानिदेशक के समक्ष विरोध प्रविष्ट कर स्पष्टीकरण मांगने को कहा गया है । दूसरी ओर, छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री भूपेन बघेल ने कहा है कि, ‘बिना किसी नियम का उल्लंघन किए, यह कार्यवाही की गई है ।’  (‘देहली के बाटला हाउस में जिहादी आतंकियों को मारने के पश्चात, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी क्यों रोईं थी ?’, भूपेन बधेल को इसे प्रथमतः स्पष्ट करना चाहिए ! बघेल को यह भी बताना चाहिए कि, ‘जब जिहादी आतंकवादी इशरत जहां एक मुठभेड में मारा गया तो कांग्रेसी दुखी क्यों थे ।’ – संपादक)