भारत ने सौंपा था हत्या करने का दायित्व ! – पुलिस का आरोप
ओटावा (कनाडा) – खालिस्तानी आतंकवादी हरदीपसिंह निज्जर की हत्या प्रकरण में कॅनाडा पुलिस ने ३ भारतीयों को एडमंटन शहर से बंदी बनाया । उनके नाम करण बरार, करणप्रीत सिंह और कमलप्रीत सिंह हैं और तीनों की आयु २० से ३० वर्ष के बीच की है । ‘शेष आरोपियों को भी जल्द ही बंदी बनाया जाएगा’, ऐसे पुलिस ने बताया ।
🚨Three Indians arrested in the murder case of #Khalistaniterrorist Hardeep Singh Nijjar
👉 Police had alleged India’s involvement in the killing.
👉 Is the #CanadianPolice deliberately implicating Indians ? #India must investigate#IndiaCanadapic.twitter.com/uiFPif7Kl1
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) May 4, 2024
१. पुलिस के अनुसार अनेक महीनों से उनके ऊपर ध्यान रखा जा रहा था । निज्जर की हत्या करने का दायित्व भारत ने उनको सौंपा था, ऐसा आरोप पुलिस ने किया है ।
२. बंदी बनाए गए आरोपियों का संबंध भारत के गुंडे लॉरेंस बिश्नोई समूह से होने की बात कही जा रही है । वर्ष २०२१ में ये तीनों टेंपरेरी वीजा पर कॅनाडा आए थे ।
३. कॅनाडा पुलिस के आरोप के अनुसार निज्जर की हत्या में तीनों आरोपियों ने अलग-अलग भूमिका निभाई । उनमें से एक पर निज्जर का स्थान खोजने का दायित्व था । दूसरा आरोपी वाहनचालक था और तीसरे ने निज्जर पर गोली चलाई ।
४. संदेहास्पद आरोपियों को बंदी बनाए जाने के उपरांत कॅनाडा के सार्वजनिक रक्षा मंत्री डोमिनिक लेब्लंक ने कहा कि, मुझे कॅनाडा के सुरक्षा तंत्र और पुलिस पर पूर्ण विश्वास है । पुलिस ने निज्जर हत्या प्रकरण को अत्यंत गंभीरता से लिया है । हत्या का भारत से संबंध है या नहीं , इसका उत्तर पुलिस अच्छे से दे सकेगी ।
५. १८ जून, २०२३ को शाम के समय सरे शहर में गुरुद्वारे से बाहर निकलते समय निज्जर की गोली मारकर हत्या की गई । इसके उपरांत १८ सितंबर को प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारत सरकार के सहभागी होने का आरोप लगाया था, जो भारत ने नकार दिया था । ‘इस हत्या में भारत के सहभागी होने के साक्ष्य देंगे’ ऐसा कॅनाडा ने कहा था; लेकिन अभी तक दिए नहीं हैं ।
संपादकीय भूमिकाकनाडा जानबूझकर इस हत्या के प्रकरण में भारतीयों को फंसा रहा हैं क्या , इसकी जांच भारत को करना आवश्यक है ! |