राजनीतिक दलों में मध्यस्थता करने में सेना ने ली प्रधानता !
इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – पाकिस्तान में कुछ ही दिन पूर्व संपन्न चुनाव में किसी भी राजनीतिक दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है; उसके कारण वहां त्रिशंकू स्थिति उत्पन्न हुई है तथा ऐसे में ही तीनों बडे राजनीतिक दलों का एक-दूसरे से संपर्क में न होने के कारण अनिश्चिचतता का वातावरण बन गया है । उसके कारण पाकिस्तानी सेना ने सत्तास्थापना हेतु राजनीतिक दलों में मध्यस्थता करने का प्रयास आरंभ किया है । उसके विरोध में इमरान खान के राजनीतिक दल ‘पाकिस्तान तेहरीक-ए-इंसाफ’ (पीटीआई) ने संपूर्ण देश में शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन चलाने की घोषणा की है । दूसरी ओर नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग (‘पी.एम्.एल्.एन्.’) तथा बिलावल भुट्टो जरदारी के पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (‘पीपीपी’) ये दोनों मिलकर संयुक्त सरकार की स्थापना करेंगे, ऐसा बोला जा रहा है । अभी तक प्रत्यक्ष किसी भी नेता ने इसकी पुष्टि नहीं की है ।
कुछ मतदान केंद्रों पर धांधली होने के कारण पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने वहां पुनः मतदान कराने की घोषणा की है । पाक की संसद में कुल २५६ स्थान हैं, उनमें इमरान खान की ‘पीटीआई’ एवं उनके मित्रदलों को ९२ स्थान, नवाज शरीफ के ‘पी.एम्.एल्.एन्.’ एवं मित्रदलों को ७१ स्थान, जबकि बिलावल भुट्टो के ‘पीपीपी’ तथा मित्रदलों को ५४ स्थान प्राप्त हुए हैं । इसमें विशेष बात यह है कि इन तीनों राजनीतिक दलों ने उनके पास बहुमत होने का दावा किया है ।