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ढाका (बांगलादेश) – ‘दक्षिण एशिया फुटबॉल फेडरेशन’ की अंडर १९ महिला फुटबॉल स्पर्धा का विजेता पद संयुक्तरूप से भारत तथा बांगलादेश को दिया गया । दोनों ही टीमों ने १-१ गोल किया था । उसके उपरांत हुए पेनल्टी शूटआऊट में भी दोनों ही टीमें बराबर रहीं । अंत में विजेता घोषित करने के लिए टॉस किया गया । टॉस भारत के जीतने पर भारत को विजेता घोषित किया गया । इसका बांगलादेश की महिला खिलाडियों ने प्रचंड विरोध किया । तथा ‘स्टेडियम’ में दर्शकों ने भी उत्पात मचाना आरंभ किया । बहुत से लोग मैदान में बोतलेें फेंकते हुए दिखे, तो कुछ लोगों ने पथराव किया । सर्वओर अफरा-तफरी का वातावरण निर्माण होने से दोनों देशों को संयुक्त विजेता घोषित किया गया ।
South Asian Football Federation’s Under-19 Women’s football championship !
India’s victory leads to chaos and violence from the Bangladeshi team and spectators !
Both countries declared joint winners !
This shows the fanatical mentality of the people and players of India’s… pic.twitter.com/VKbzXmXPva
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) February 9, 2024
यह स्पर्धा बांगलादेश में हुई थी । परिस्थिति हाथ से बाहर जाते देखकर मैच के अधिकारियों को अपना निर्णय बदलना पडा । उन्होंने टॉस का निर्णय रहित कर भारत तथा बांगलादेश को संयुक्त विजेता घोषित किया ।
संपादकीय भूमिकाभारत के ‘मित्रदेश’ बांगलादेश की जनता तथा खिलाडियों की धर्मांध मानसिकता इससे दिखाई देती है । इन्हें सबक सिखाने के लिए भारत सरकार को कदम उठाना चाहिए ! |