वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – जिला न्यायालय ज्ञानवापी के पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा किए गए सर्वेक्षण की रिपोर्ट दोनों पक्षों को देने पर सहमत हो गया है । शीघ्र ही इसकी प्रति उन्हें दे दी जायेगी । जिससे यह रिपोर्ट सार्वजनिक हो सकेगी । हिन्दू पक्ष ने सर्वेक्षण रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की, जबकि मुस्लिम पक्ष ने अनुरोध किया कि सर्वेक्षण रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया जाना चाहिए । यह रिपोर्ट सार्वजनिक होने पर स्पष्ट हो जाएगा कि ’ज्ञानवापी किसकी थी ?’
Archaeological survey report of Gyanvapi will be made public.
Varanasi (Uttar Pradesh) – The district court has agreed to give the report of the Gyanvapi survey, conducted by the #ASI to both the parties.
The parties would soon receive the report, implying, that the survey… pic.twitter.com/kYEj0kGBnX
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) January 24, 2024
१८ दिसंबर २०२३ को पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने इस संबंध में एक रिपोर्ट कोर्ट को सौंपी । ज्ञानवापी का १०० दिन से अधिक समय तक सर्वेक्षण किया गया । इसके लिए अमेरिकी वैज्ञानिकों की भी सहायता ली गई ।
(सौजन्य : Republic World)