‘El Niño’ Effect : कश्मीर में इस वर्ष तापमान में गिरावट आने पर भी बर्फबारी (हिमपात) नहीं !

  • उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी ऐसी ही स्थिति

  • ‘एल् निनो’ का प्रभाव, विशेषज्ञों का दावा

श्रीनगर (जम्मु-कश्मीर) – इस वर्ष कश्मीर में तापमान माइनस ३ से ५ डिग्री सेल्सियस होने पर भी वहां बर्फबारी नहीं हुई है । सामान्यतः जहां २ से ५ फूट तक बर्फ जमा होती है, वहां पर भी एक इंच भी बर्फ गिरी नहीं है । इसलिए कश्मीर में आनेवाले पर्यटक अप्रसन्न हो रहे हैं । अनेकों ने इसलिए कश्मीर जाना रद्द किया है । केवल कश्मीर ही नहीं, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी ऐसी ही स्थिति है । कश्मीर में बिना बर्फ शीत ऋतु पीछले १० वर्षाें में तिसरी बार हुआ है ।

(सौजन्य : NEWS9 Live)

१. जम्मु-कश्मीर मौसम विभाग के संचालक डॉ. मुख्तार अहमद के मतानुसार, ‘एल् निनो’ के कारण बर्फबारी नहीं हुई है । साथही समुद्र के तापमान में ०.५ अंश से वृद्धि हुई है । इन्हीं कारणों से पूरे देश में मौसम के अनुमान में परिवर्तन आया है ।

२. भूवैज्ञानिक शकील अहमद ने बताया कि वैश्विक तापमान वृद्धि के कारण २१ वी शताब्दि के अंत तक कश्मीर में ४० वर्ष बिना बर्फबारी के जा सकते हैं ।

३. जम्मु-कश्मीर में १५ जनवरी तक स्थिति ऐसी ही रहेगी । जनवरी महीने के अंत तक यदि बर्फवृष्टि नहीं हुई, तो कश्मीर घाटी के अनेक क्षेत्रों में अकाल पड सकता है ।

क्या है, ‘एल् निनो’ ?


‘एल् निनो’, प्रशांत महासागर में उत्पन्न मौसम की एक स्थिति है । इसका प्रभाव बाष्प से भरे मानसूनी हवाओं पर होता है । ‘एल् निनो’ का प्रभाव विविध देशों के जलवायुओं पर होता है । दक्षिण अमेरिका के पेरू तथा आसपास के देश, साथही अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, भारत और प्रशांत महासागर से संबंधित अनेक देश ‘एल् निनो’ से प्रभावित होते हैं ।