रांची (झारखंड) – झारखंड में अवैध खनन से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग के प्रकरण में प्रवर्तन निदेशालय ने (‘ईडी’ने) रांची एवं राजस्थान के १० स्थानों पर छापेमारी की है । इसमें झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रसारमाध्यम परामर्शदाता अभिषेक प्रसाद भी समाहित हैं । इनके अतिरिक्त हजारीबाग के पुलिस उपाधीक्षक राजेंद्र दुबे एवं साहिबगंज के उपजिलाधिकारी राम निवास पर भी कार्रवाई की गई है ।
(सौजन्य : Republic World)
सोरेन पर आरोप लगाया गया है कि खनन एवं भूगर्भशास्त्र विभाग का दायित्व होते हुए हेमंत सोरेन ने वर्ष २०२१ में स्वयं के लिए भाडे पर (‘लीज’ पर) खनन लेकर चुनाव नियमों का उल्लंघन किया है, परंतु सोरेन ने इस आरोप को अस्वीकार कर दिया है । उन्होंने कहा कि आदिवासी नेताओं को कष्ट देने का यह षड्यंत्र हैं । (जब स्वयं पर भ्रष्टाचार का आरोप लगता है, तब प्रत्येक को जाति, धर्म आदि का स्मरण होने लगता है एवं उसके आधार पर वे स्वयं को निरपराध प्रमाणित करने का प्रयास करते हैं ! – संपादक)
‘ईडी’ ने भूमि घोटाले से संबंधित एक अन्य प्रकरण में सोरेन को सातवीं बार समन्स भेजा था । उसके अनुसार सोरेन को अपना पक्ष रखने का अवसर दिया गया था; परंतु सोरेन ने इस समन्स को ‘अवैध’ कहकर आरोप लगाया है कि ईडी द्वारा सरकार अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है ।