भूतपूर्व सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने अपनी पुस्तक में दावा किया है
(‘अग्निवीर’ योजना सेना के तीनों दलों में सैनिकों की भर्ती करने की नई योजना है ।)
नई देहली – भूतपूर्व सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने अपनी ‘फोर स्टार्स ऑफ डेस्टिनी’ पुस्तक में दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हमने वर्ष २०२० में ‘टूर ऑफ ड्युटी’ नामक योजना का प्रस्ताव दिया था । इसमें ‘अग्निवीर’ की भांति कुछ समय के लिए सैनिक भर्ती करने की सूचना की गई थी, जो केवल भारतीय सेना के लिए ही वैध थी; परंतु कुछ समय पश्चात प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा वर्तमान ‘अग्निवीर’ योजना कार्यान्वित की गई । इस विषय में सरकार ने हमारे साथ कोई चर्चा नहीं की । इसलिए सरकार की इस योजना की घोषणा ने सेना, नौसेना एवं वायु सेना, इन तीनों दलों को आश्चर्यचकित कर दिया । उनकी यह पुस्तक कुछ दिन पूर्व ही प्रकाशित हुई है तथा उसमें उन्होंने अनेक दावे किए हैं । नरवणे ने ३१ दिसंबर २०१९ से ३० अप्रैल २०२२ की अवधि में सेना प्रमुख के रूप में काम किया था ।
नरवणे ने इस पुस्तक में आगे दावा किया है कि सेना के ७५ प्रतिशत सैनिकों को सेवा में स्थायी करने का सुझाव दिया गया था; परंतु जब जून २०२२ में अग्निवीर योजना आरंभ की गई, तब उनके कार्यकाल के पश्चात २५ प्रतिशत अग्निवीरों को ही १५ वर्षों तक सेवा में रखने का निर्णय लिया गया ।
कांग्रेस ने की केंद्र सरकार की आलोचना
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर नरवणे के दावे पर कहा कि अग्निवीर योजना किसी से चर्चा किए बिना लाई गई विनाशकारी नीति है ।