पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर काकर का आरोप !
इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर उल हक काकर ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तान की विदेश नीति में जम्मू-कश्मीर का सूत्र सबसे महत्त्वपूर्ण है । भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा काश्मीर के विषय में धारा ३७० के संदर्भ में दिया गया निर्णय कानून के आधार पर नहीं, अपितु राजनीति के आधार पर है । सर्वोच्च न्यायालय ने ११ दिसंबर को धारा ३७० रद्द करने का सरकार का निर्णय स्थायी रखा है । उस पर काकर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की विधानसभा में ऐसा बोल रहे थे ।
(सौजन्य : GTV NETWORK HD)
पाकिस्तान भारत के साथ अच्छे संबंध रखना चाहता है !
काकर ने आगे कहा, ‘कश्मीर पाकिस्तान की नसों में है । कश्मीर के बिना पाकिस्तान अधूरा है । कश्मीरी नागरिकों को स्वयं के विषय में निर्णय लेने का अधिकार है’, इसका पूरा पाकिस्तान समर्थन करता है । संयुक्त राष्ट्रों में कश्मीर का प्रश्न सबसे पुराना है, जिसका समाधान होना शेष है । पडोसी देश होने से पाकिस्तान भारत के साथ अच्छे संबंध रखना चाहता है; परंतु वर्ष २०१९ में भारत द्वारा कश्मीर के विषय में एकतरफा निर्णय लेने से वातावरण बिगड गया है । उसे पूर्ववत लाने का दायित्व केवल भारत का है ।
संपादकीय भूमिकाभारत के सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय पर बोलने का पाकिस्तान को मूलत: कोई भी अधिकार नहीं है ! पाकिस्तान के न्यायालयों द्वारा वहां के पीडित हिन्दुओं पर कितने अत्याचार हो रहे हैं ? यह बात पूरा विश्व जानता है ! भारत के न्यायालय पर आरोप लगाने की अपेक्षा पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री को इसकी ओर ध्यान देना चाहिए ! |