महंत यति नरसिंहानंद को बम से उड़ाने के षड्यंत्र था !

बंदी बनाए गए इस्‍लामिक स्‍टेट के आतंकियों द्वारा दी गई जानकारी!

आतंकवादी अब्‍दुल्ला अरसलान और महंत यति नरसिंहानंद सरस्‍वती

अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) – यहां बंदी बनाए गए इस्‍लामिक स्‍टेट के आतंकवादियों अब्‍दुल्ला अरसलान और माज बिन तारिक ने पूछताछ के समय बताया कि उन्‍होंने राज्‍य के गाजियाबाद के महंत यति नरसिंहानंद सरस्‍वती के साथ-साथ अन्‍य हिन्‍दू समर्थक नेताओं की हत्‍या का षड्यंत्र रचा था । अब्‍दुल्ला अरसलान महंत यति नरसिंहानंद को बम विस्‍फोट कर मारने का षड्यंत्र रच रहा था । अर्सलान एक पेट्रोकेमिकल इंजीनियर है । उन्‍होंने अलीगढ मुस्‍लिम यूनिवर्सिटी से बीटेक किया है । (क्‍या जो लोग कहते हैं, ’अशिक्षित मुस्‍लिम युवा जिहादी आतंकवादी बन जाते हैं’ उन्‍हें इसपर कुछ कहना है? ’मुसलमान धर्म के लिए आतंकवादी बनते हैं’, यही सत्‍य है; लेकिन ध्‍यान दें कि पाखंडी धर्मनिरपेक्षतावादी जानबूझकर देश को दिशाहीन कर रहे हैं ! – संपादक) अब्‍दुल्ला अरसलान तथा मेजर बिन तारिक के साथ वजीउद्दीन डासना गए और शिवशक्‍ति धाम के बारे में जानकारी एकत्र की । वजीउद्दीन को छत्तीसगढ़ में बंदी बनाया गया ।

संपादकीय भूमिका 

जिहादी आतंकवादियों द्वारा हिन्‍दू नेताओं तथा संतों को लक्ष्य बनाना कोई नई बात नहीं है । अत: यह आतंकवाद एक धर्मयुद्ध है । जिहादी मानसिकता को जड़ से नष्ट करने का प्रयास किया जाना चाहिए !