मदरसे में हुई अमानवीयता की परिसीमा जानें !
सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) – जिले के तीतरों क्षेत्र के एक मदरसे में पढ़ने वाले एक लड़के को वहां के मौलवी ने इंसान बनाने का तर्क देकर जंजीरों से बांध कर रखा । दो दिन तक बंधक रहने के उपरांत रात को किसी प्रकार वह लड़का वहां से भाग निकला तथा ३ किमी दूर एक गांव में एक घर के कोने में छिप गया ।
महमदपुर गुर्जर गांव निवासी रामकुमार के परिवार को उनके घर के कोने में एक १० वर्षीय बालक जंजीरों से बंधा हुआ मिला। इस बात का पता चलते ही वहां ग्रामीण एकत्र हो गए । पूछताछ करने पर लड़के ने बताया कि वह पड़ोसी गांव बाल्लू का रहने वाला है । लड़का बहुत भयभीत था । ग्रामीणों ने उसकी जंजीरें तोड़ दीं । इसकी जानकारी मिलने पर उसके परिवार के लोग वहां पर पहुंचे और बच्चे को ले गये ।
पीड़िता की मां ने उसे उर्दू सीखने के लिए मदरसे में भेजा था; पर वहां मौलवी ने उसकी पिटाई की । उसके हाथ-पैर लोहे की जंजीरों से बांध दिए । मां ने उसके लिए भोजन भेजा था; परंतु वह भी उसे नहीं दिया गया । पीड़ित का आरोप है कि उसे दो दिन तक भूखा रखा गया ।