सर्प तो सर्प ही रहेगा !

इसरायल द्वारा तुर्किया के राष्ट्रपति की आलोचना

तुर्किया के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगॉन और इसरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू

न्यूयॉर्क (अमेरिका) – सर्प तो सर्प ही रहेगा, ऐसे विधान इसरायल के संयुक्त राष्ट्र के राजदूत गिलाड एर्दान ने तुर्किया के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगॉन के संदर्भ में कहा । इसके साथ ही इसरायल ने तुर्किया मेें उनके दूतावास के सभी अधिकारियों को वापस बुला लेने का निर्णय भी लिया है । राष्ट्रपति एर्दोगॉन ने तुर्किया के इस्तंबुल में फिलिस्तीन (पैलेस्टाईन) के समर्थनार्थ में आयोजित सभा में ‘इसरायल को ‘युद्ध गुनहगार’ सिद्ध करने की तैयारी कर रहे हैं ।  एर्दोगॉन ने आरोप किया है, ‘इसरायल गत २२ दिनों से युद्ध कर अपराध कर रहा है और पश्चिमी देशों के नेता उस पर मौन साधे हैं । वे युद्धविराम करने के लिए नहीं कहते !’ इस्रायल द्वारा गाजा पट्टी पर किए जा रहे आक्रमणों को ‘नरसंहार’ ऐसा भी उल्लेख उन्होंने किया था ।

हमारी सेना विश्व में सर्वाधिक नैतिकता का पालन करनेवाली है ! – बेंजामिन नेतान्याहू

एर्दोगॉन के आरोपों पर इसरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने प्रत्युत्तर देते हुए कहा, ‘‘यदि आप हमारे सैनिकों पर युद्ध गुनहगार का आरोप कर रहे हैं, तो यह ढोंग है । इसरायल की सेना विश्व में सर्वाधिक नैैतिकता का पालन करती है ।