गाजा के चिकित्सालय (अस्पताल) पर रॉकेट द्वारा आक्रमण : ५०० लोगों की मृत्यु

हमास ने इजरायल पर लगाया आरोप, तो इजरायल ने हमास द्वारा ही रॉकेट गिराए जाने का किया दावा

तेल अवीव (इजरायल) – गाजा के अल् अहली अरब सिटी अस्पताल पर रॉकेट द्वारा किए गए आक्रमण में ५०० से अधिक लोगों की मृत्यु हुई है । यह आक्रमण इजरायल ने किया, ऐसा आरोप हमास ने किया । इजरायल ने यह आरोप अस्वीकार कर आक्रमण हमास ने ही किया है, ऐसा दावा किया है । इसके लिए इजरायल ने एक वीडियो प्रसारित किया है । इसकें फिलिस्तीन के सैनिक अस्पताल के पास से आक्रमण करते दिखाई दे रहे हैं । उनके एक रॉकेट का निशाना गलत होने से वह अस्पताल पर जाकर गिरा । इस आक्रमण के पीछे ‘इस्लामिक जिहादी’ संगठन है, ऐसा आरोप भी इजरायल ने किया है । इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि जिन्होंने हमारे बालकों की निर्मम हत्या की, वे ही उनके (फिलिस्तीन के) बालकों के हत्यारे हैं ।

जो बाइडन ने व्यक्त किया खेद !

चिकित्सालय पर हुए आक्रमण पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जो बाइडन ने कहा कि संघर्षकाल में अमेरिका लोगों की रक्षा के लिए खडी है । इस आक्रमण में मारे गए तथा घायल रोगी, कर्मचारी और अनेक निरपराधियों के प्रति हमें खेद है ।

. तुर्किये, इरान, रशिया, कनाडा आदि देशों ने भी चिकित्सालय पर हुए आक्रमण का निषेध किया है । तुर्किये के राष्ट्रपति एर्दोगन ने कहा कि गाजा की महिलाएं, छोटे बच्चे और निरपराध लोगों पर आक्रमण करना मानवीय मूल्यों के विरूद्ध है ।

. मिस्र के विदेश मंत्रालय ने एक प्रतिवेदन में कहा कि शरणार्थियों की छावनियों पर जानबूझकर किया गया आक्रमण मूलभूत मानवीय मूल्यों का उल्लंघन है ।

. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसका निषेध करते हुए कहा कि इजरायल को अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करना चाहिए । चिकित्सालयों को लक्ष्य नहीं करना चाहिए था । इजरायल के सैनिकों ने उत्तर गाजा खाली करने का आदेश वापस लेना चाहिए ।

४. संयुक्त अरब अमीरात और रशिया ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की तत्काल बैठक निमंत्रित की है ।

आक्रमण में सहभागी लोगों को उत्तरदायी ठहराना चाहिए !

प्रधानमंत्री मोदी ने चिकित्सालय पर हुए आक्रमण संबंधी ट्वीट करते हुए कहा कि गाजा के अल् अहली अरब चिकित्सालय पर हुए आक्रमण में हुई जीवन हानि से धक्का लगा है । पीडितों के परिवारों के प्रति सहानुभूती व्यक्त कर घायल लोक शीघ्र ठीक हो जाएं, ऐसी प्रार्थना करता हूं । इस संघर्ष में नागरिकों की जीवन हानि होना गंभीर और चिंताजनक है । इसमें सहभागी लोगों को उत्तरदायी ठहराना चाहिए ।

हमास की ओर से आक्रमण किए जाने की संभावना अधिक !

रॉकेट द्वारा आक्रमण करने के पीछे कौन है, यह स्पष्ट हुए बिना ही विविध तर्क किए जा रहे है । अब तक के हमास और इजरायल द्वारा किए गए आक्रमणों में एक ही रॉकेट में ५०० अथवा उससे अल्प-अधिक लोग मारे जाने की घटना सामने नहीं आई है । रॉकेट के आक्रमण में ४-५ लोंगों की ही मृत्यु की घटनाएं घटी हैं । यदि चिकित्सालय पर रॉकेट दागा गया हो, तो चिकित्सालय में पहले से ही हथियार तथा गोला बारूद रखे जाने की संभावना अधिक लगती है । साथही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के इजरायल में आने के कुछ घटों पहले ही यह घटना घटी है । इसलिए लगता है कि सहानूभूति प्राप्त करने के लिए हमास ने ही कदाचित यह आक्रमण किया होगा । साथही ५०० लोगों के मृत्यु की संख्या अधिकारिक तौर पर घोषित की नहीं गई है । अतः यह संख्या असत्य भी हो सकती है ।