(कार्डिनल अर्थात चर्च में पादरियों को मिलने वाला पद)
बर्लिन (जर्मनी) – जर्मनी में ७२ वर्ष पूर्व अवस्यक लडकी का यौन शोषण करने के प्रकरण में फ्रांज हेंगबस्क इस कार्डिनल का पुतला बर्लिन के एसेन ‘कैथेड्रल’ से (प्रमुख पादरियों का चर्चा) हटाया गया है । यह पुतला वर्ष २०११ में लगाया गया था । इस कार्डिनल की मृत्यु वर्ष १९९१ में हुई थी । उसके द्वारा किए गए यौन शोषण के प्रकरण अब सामने आए हैं ।
(सौजन्य : catty news)
एसेन कैथेड्रल की ओर से कहा गया है कि, फ्रांज द्वारा १९५० के दशक में एक १६ वर्ष की लडकी का यौन शोषण किए जाने का संदेह है, इसी प्रकार एक अन्य महिला ने भी वर्ष १९६७ में आरोप लगाया था कि, फ्रांज ने उसका यौन शोषण किया था । उस समय फ्रांज बिशप (वरिष्ठ पादरी) था । इस पद पर वह अगले ३३ वर्ष तक था । वर्ष २०११ में वेटिकन ने कहा था, ‘फ्रांज पर लगाए गए आरोप योग्य नहीं लगते ।’ अभी के बिशप जोसेफ ने बताया कि, वर्ष २०११ में फ्रांज के विरोध में आरोप लगाया गया था; लेकिन उसकी अच्छे से जांच नहीं की गई ।
संपादकीय भूमिकाइस घटना से अब, ऐसे कितने पादरी जीवित अथवा मृत हैं, जिन पर ऐसे आरोप किए गए हैं, उसकी जांच होनी चाहिए, ऐसा ही ध्यान में आता है ! |