संयुक्त राज्य अमेरिका के एक पूर्व उच्च अधिकारी ने उलाहना दिया !
वाशिंगटन (अमेरिका ) – मुझे प्रतीत होता है कि प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बहुत भूल कर दी है । उन्होंने भारत पर इस तरह से आरोप लगाए हैं, जिनका प्रमाण वे अभी तक प्रस्तुत नहीं कर पाए हैं । इसके पीछे २ संभावनाएं हैं । एक तो वे हवा में तीर चला रहे हैं तथा भारत सरकार पर जो आरोप लगा रहे हैं उसके समर्थन में उनके पास कोई साक्ष्य नहीं है अथवा दूसरी संभावना यह है कि इस प्रकरण में वास्तविकता हो सकती है; किंतु किसी भी परिस्थिति में जस्टिन ट्रूडो को यह बताना ही होगा कि उन्होंने कनाडा में रक्तपात करने वाले आतंकवादी को शरण क्यों दी, पूर्व अमेरिकी अधिकारी माइकल रुबिन ने कनाडा को उलाहना देते हुए ऐसा कहा । वे ए.एन.आई. समाचार वाहिनी को दिए गए साक्षात्कार में ऐसा बोल रहे थे । रुबिन अंतरराष्ट्रीय संबंधों के एक अमेरिकी विद्वान एवं अमेरिका की सरकार में उच्च पदस्थ अधिकारी हैं ।
‘Canadian PM made a huge mistake’: Former #Pentagon official on #Trudeau‘s allegations against #India 🇨🇦🇮🇳 https://t.co/IdBJEOReKu pic.twitter.com/UUWLjj56L6
— Economic Times (@EconomicTimes) September 23, 2023
कनाडा की शत्रुता हाथी के सामने चींटी के समान है !
माइकल रुबिन ने कहा कि इन सभी विवादों में कनाडा को भारत से अधिक संकट है । यदि कनाडा ने भारत के साथ झगडा मोल ले ही लिया तो वह इस समय एक चींटी का हाथी से लडने जैसा होगा; क्योंकि सच तो यह है कि भारत विश्व का सबसे बडा लोकतंत्र है । विश्व स्तर पर भारत रणनीतिक रूप से कनाडा से कहीं अधिक महत्त्वपूर्ण है । चीन की चुनौती तथा दक्षिण एशिया में अन्य समस्याओं पर विचार करते समय भारत विशेष रूप से महत्त्वपूर्ण है ।
ट्रूडो पर कोई विश्वास नहीं करता !
विशेषज्ञ संभावना जता रहे हैं कि कनाडा में शीघ्र होने वाले चुनाव के कारण ही ट्रूडो ने ये आरोप लगाए हैं । रुबिन ने कहा कि ट्रूडो ने अभी तक कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किए हैं, इसलिए जब वे कहते हैं, ‘मुझ पर विश्वास करें’, तब भी कोई उन पर विश्वास नहीं करता । यह सब चुनाव की पृष्ठभूमि में हो रहा है । अब टूडो पराजित होते दृष्टिगत हो रहे हैं, वर्तमान परिस्थिति से तो यही विदित होता है ।