जेरूसलेम (इसराइल) – भारत में आयोजित ‘जी-२०’ शिखर परिषद में भारत, मध्य-पूर्व के देश, यूरोप एवं अमेरिका को रेल, सडक एवं बंदरगाह के माध्यमों से जोडनेवाले आर्थिक महामार्ग का निर्माण करने का निर्णय लिया गया है । इसका इसराइल ने आनंद व्यक्त करते हुए इसको ‘बडी योजना’ कहा है । इसराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक वीडियो प्रसारित कर कहा है कि, इस अंतरराष्ट्रीय प्रकल्प का प्रमुख केंद्र इसराइल है; क्योंकि वह एशिया को यूरोप से जोडता है । इस प्रकल्प के कारण मध्य-पूर्व एवं इसराइल के नक्शे में अमूलाग्र परिवर्तन होगा । संपूर्ण विश्व पर इसका परिणाम होनेवाला है । इतिहास का यह सबसे बडा प्रकल्प है ।
Prime Minister Benjamin Netanyahu, this evening:
“Israel is at the focus of an unprecedented international project that will link infrastructure from Asia to Europe.” pic.twitter.com/l5yQVdvDOc— Prime Minister of Israel (@IsraeliPM) September 9, 2023
भारत, अमेरिका, सऊदी अरेबिया, संयुक्त अरब एमिरात, जर्मनी, इटली इत्यादिने इसकी घोषणा की थी । इस आर्थिक महामार्ग को चीन के ‘वन बेल्ट वन रोड’ योजना के प्रत्युत्तर के रूप में देखा जा रहा है ।