ओटावा (कनाडा) – ब्रिटिश कोलंबिया राज्य के सरे शहर के तामनवीस माध्यमिक विद्यालय में १० सितंबर को स्वतंत्र खालिस्तान के लिए खालिस्तानियों ने लोगों का जनमत लेने का नियोजन किया था । प्रशासन द्वारा इस कार्यक्रम की अनुमति वापस लेने से जनमत लेने का यह कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है ।
१. इसकी जानकारी देते हुए ‘सरे डिस्ट्रिक्ट बोर्ड’ ने कहा है कि किसी कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए विद्यालय परिसर को भाडा पर देने के संबंध में हमारे पास कुछ नियम हैं । इन नियमों का उल्लंघन करने के कारण हमने इस कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी । (अर्थात यदि नियमों का पालन किया गया होता, तो अनुमति दी गई होती । ऐसे विद्यालयों पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए ! – संपादक)
२. जनमत लेने के कार्यक्रम का आयोजन करने पर उस संदर्भ में पत्रक प्रसारित किए गए । इन पत्रकों पर सिक्ख समुदाय के प्रतीक कृपाण (छोटे चाकू) के साथ एके-४७ राइफल का छायाचित्र भी प्रकाशित किया गया है । यह आपत्तिजनक होने के कारण कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी गई ।
३. ‘फ्रेंड्स ऑफ कनाडा एंड इंडिया’ के अध्यक्ष मनिंदर सिंह ने इस निर्णय का स्वागत किया है । सरे शहर के महापौर (मेयर) ब्रैंडा लॉक ने भी विद्यालय के क्षेत्र में जनमत लेने के संदर्भ में अप्रसन्नता व्यक्त की थी । उन्होंने कहा कि सरे शहर खालिस्तानी गतिविधियां अथवा उनके द्वारा लिए जानेवाले जनमत का समर्थन नहीं करता है । उन्होंने पत्रक में दिखाए गए एके-४७ राइफल के चित्र पर भी आपत्ति दर्शाई है ।
संपादकीय भूमिकाकनाडा में खालिस्तानी आतंकवादियों की गतिविधियां दिन-प्रतिदिन बढती जा रही हैं । खालिस्तानी विद्यालय में जनमत लेने का साहस करते हैं एवं सरकार उसका विरोध नहीं करती, यह संतापजनक ! क्या भारत सरकार इस प्रकरण की ओर ध्यान देगी ? |