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बेंगलुरु (कर्नाटक) – भारत की पहली सूर्य मुहिम के अंतर्गत सूर्य का परीक्षण करने के लिए जाने वाले ‘आदित्य एल १’ यान २ सितंबर सुबह ११ बजकर ५० मिनट पर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित कैप्टेन सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से छोडा जाएगा । ‘पी.एस.एल.वी. – सी ५७’ इस रॉकेट के माध्यम से इसे छोडा जाएगा । ‘आदित्य एल १’ ४ माह उपरांत पृथ्वी से १५ लाख किलोमीटर दूरी पर स्थित ‘लंग्रेस १’ इस स्थान पर पहुंचेगा । इसी स्थान पर स्थित रहकर यह यान सूर्य के बाहरी स्तर (कोरोना) का परीक्षण करने वाला है । इस स्थान से सूर्य १४ करोड ८५ लाख किलोमीटर दूरी पर है । ‘आदित्य एल १’ यान स्वयं के साथ ७ उपकरण लेकर जाने वाला है ।
PSLV-C57/Aditya-L1 Mission:
The 23-hour 40-minute countdown leading to the launch at 11:50 Hrs. IST on September 2, 2023, has commended today at 12:10 Hrs.The launch can be watched LIVE
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१. ‘लंग्रेस १’ वन इस स्थान पर सूर्य और पृथ्वी गुरुत्वाकर्षण बल के कारण आपस में आकर्षित होते हैं । नासा के मातानुसार इस स्थान पर यान को स्थिर रहने के लिए कम ईंधन लगता है ।
🚀PSLV-C57/🛰️Aditya-L1 Mission:
The launch of Aditya-L1,
the first space-based Indian observatory to study the Sun ☀️, is scheduled for
🗓️September 2, 2023, at
🕛11:50 Hrs. IST from Sriharikota.Citizens are invited to witness the launch from the Launch View Gallery at… pic.twitter.com/bjhM5mZNrx
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२. सूर्य का स्वयं का तापमान ६ सहस्र डिग्री सेंटीग्रेड से अधिक होते हुए भी उसके कोरोना का तापमान १० लाख डिग्री सेंटीग्रेड तक कैसे पहुंचता है , इसका अध्ययन यह यान करने वाला है ।