मलेशिया के प्रधानमंत्री द्वारा मस्जिद में हिन्दू युवक का धर्मांतरण !

कुआलालंपुर (मलेशिया) – कुछ दिन पूर्व मलेशिया के प्रधानमंत्री दातुक सेरी अनवर इब्राहिम ने एक हिन्दू युवक का इस्लाम में धर्मांतरण किया । इस घटना के पश्चात विवाद निर्माण हुआ है । प्रधानमंत्री इब्राहिम ने सेलांगोर की एक मस्जिद में नमाज पठन के उपरांत एक हिन्दू युवक का खुलेआम धर्मांतरण किया । तदनंतर उसको इस्लाम की दीक्षा दी ।

इस घटना पर मलेशिया के पेनांग प्रांत के भूतपूर्व उप मुख्यमंत्री प्रा. पी. रामासामी ने कहा, ‘इस प्रकार के कृत्य से स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री इब्राहिम को हिन्दुओं के प्रति थोडा भी आदर नहीं है । देश की प्रगति में हिन्दुओं का बडा त्याग एवं बलिदान है । क्या अनवर इब्राहिम वही नेता हैं, जिन पर भारतीय एवं अन्य लोगों को विश्‍वास था ? एक भारतीय छात्र ने जब प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम को शिक्षा के संदर्भ में प्रश्‍न पूछा था, तो उन्होंने बहुत ही अभद्र व्यवहार किया । वे भारतीयों को अस्वीकार करते हैं । हम इस बात की कल्पना भी नहीं कर सकते कि प्रधानमंत्री इब्राहिम ने मस्जिद में एक हिन्दू युवक का धर्मांतरण किया होगा । इससे पूर्व किसी प्रधानमंत्री ने ऐसा नहीं किया था । हिन्दू युवक का धर्मांतरण करना, उन्हें क्यों आवश्यक लगता है ? इसमें उनके लिए क्या विशेष है ? क्या प्रधानमंत्री यह दिखाना चाहते हैं कि इस देश में इस्लाम एवं अन्य धर्म एकत्रित नहीं रह सकते ? क्या धर्मांतरण द्वारा अन्य धर्मियों को बाहर निकालना चाहते हैं ?’

संपादकीय भूमिका 

  • भारत के प्रसारमाध्यम ऐसे समाचार छुपाते हैं एवं धर्म-निरपेक्षतावादी भी इस विषय में मौन रहते हैं, ये ध्यान में लें !
  • इस्लामी देशों में हिन्दुओं का धर्मांतरण किया जाता है, हिन्दू महिलाओं का अपहरण कर उनका बलात्कार किया जाता है, साथ ही हिन्दुओं के मंदिर ध्वस्त किए जाते हैं, तो भी इस विषय में विश्व के धर्म-निरपेक्षतावादी, आधुनिकतावादी एवं इस्लामी देशों के संगठन कभी मुंह नहीं खोलते । परंतु यदि भारत में एक मुसलमान पर भी कथित अत्याचार हुआ, तो यही लोग आकाश-पाताल एक करते हुए हिन्दुओं को तालिबानी प्रमाणित करते हैं !