रामनाथी (गोवा) – भारत में हिन्दूविरोधी विचारधाराएं बनाई जा रही हैं । भारत में मुसलमानों ने हिन्दुओं पर आक्रमण किया, तो मुसलमानों को बंदी बनाते समय स्थिति और न बिगडे; इसके लिए हिन्दुओं को भी बंदी बनाया जाता है । खालिस्तानवादी, नक्सलियोंसहित ‘बीबीसी’ जैसे समाचार संस्थान हिन्दूविरोधी गतिविधियां चला रहे हैं । हिन्दुओं में राजनीतिक, आर्थिक एवं सामाजिक शक्ति नहीं है, उसके कारण राज्यों-राज्यों में हिन्दूविरोधी गतिविधियां चल रही हैं । इसे रोकने के लिए हिन्दुओं का दबावसमूह बनाना आवश्यक है । जब हिन्दुओं का दबावसमूह बनेगा, तब शासनकर्ताओं को उसका संज्ञान लेना ही पडेगा । मुसलमानों के साथ उनके ज्ञातिजन सदैव खडे रहते हैं; किंतु धर्म के लिए कार्य करनेवाले हिन्दुओं के साथ हिन्दू खडे नहीं होते । इसके लिए हिन्दुओं के हित की विचारधारा निर्माण करना आवश्यक है । इसके लिए गांव-गांव के मंदिरों में साप्ताहिक बैठकें की जाना आवश्यक है । इन बैठकों में हिन्दूहित के विचार रखे जाने चाहिएं । हिन्दुओं के विरोषधी यदि हिन्दूविरोधी विचारधारा फैला रहे हों, तो हिन्दुओं को अपनी स्वयं की विचारधारा निर्माण कर उसे गांव-गांवतक पहुंचाना होगा । इसके समन्वय के लिए हिन्दू राष्ट्र समन्वय समिति का गठन करना आवश्यक है ।