बिहार में प्रिया दास नामक युवती ने चूल्हे पर मनुस्मृति जलाकर उससे जलाई सिगरेट !

सामाजिक माध्यमों द्वारा घटना का वीडियो प्रसारित

उक्त चित्र प्रकाशित करने का उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करना नहीं है । केवल जानकारी के लिए प्रकाशित किया गया है । – संपादक

नई देहली – बिहार में एक वीडियो सामाजिक माध्यमों से प्रसारित हो रहा है । जिसमें एक युवती मनुस्मृति जलाते हुए दिख रही है । इस वीडियो का कुछ लोगों द्वारा समर्थन किया जा रहा है, तो कुछ लोगों ने हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत होने की बात कही है ।

इस वीडियो में युवती के हाथ में सिगरेट है । वह चूल्हे के समीप बैठी है । चूल्हे पर मुर्गी का मांस पकाया जा रहा है । युवती उसके समीप भूमि पर रखी मनुस्मृति हाथ में लेती है और चूल्हे में डालकर जलाती है । वह जलती मनुस्मृति द्वारा उसके हाथ की सिगरेट जलाती है । वह कहती है कि, मनुस्मृति जलाना केवल सांकेतिक घटना और तात्कालिक घटना है । इसका उद्देश्य डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने पहले ही स्पष्ट किया है, अर्थात यह एक व्यक्ति का विरोध करना नहीं, बल्कि पाखंड और ढोंगी विचारों पर वार करना है ।

संपादकीय भूमिका

  • मनुस्मृति जलाना अब ‘ फैशन ’ हो गया है; लेकिन ऐसे लोगों को यह ध्यान में नही आता कि, ‘कोई भी ग्रंथ जलाने से उसके विचार नष्ट नहीं होते’ !
  • विश्व को जिस जिहादी आतंकवाद के कारण सिरदर्द निर्माण हुआ है, उस जिहाद के पीछे विचार कहां से आते हैं, उस विषय में कोई मुंह नहीं खोलता, यह ध्यान दें ! यदि किसी ने बोल दिया तो परिणामस्वरूप उसका सिर काट दिया जाता है, यह स्पष्ट होने से सभी गांधी के बंदरों समान कृति करते हैं !