‘बंगाल के सीमा क्षेत्र में सीमा सुरक्षा दल ने आतंक फैलाया है !’ – मुख्यमंत्री ममता बनर्जी

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा विधानसभा में आरोप !

कोलकाता (बंगाल) – बंगाल में देश के अन्य राज्यों की तुलना में कानून तथा सुरक्षा उत्तम है । ( इससे बडा हास्य क्या हो सकता है ? – संपादक ) ऐसा होते हुए भी राज्य के सीमावर्ती क्षेत्र में सीमा सुरक्षा दल ने आतंक फैला रखा है । सीमावर्ती क्षेत्र में निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं; परंतु इन हत्याओं की जांच के लिए केंद्र सरकार ने साधारण जाच समिति नियुक्त करने की भी चेष्टा नहीं की, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य की विधानसभा में ऐसा व्यर्थ दोषारोपण किया । (बंगाल में भाजपा तथा अन्य हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं की हत्याएं हुईं । ममता बनर्जी सरकार ने ऐसी कितनी घटनाओं की जांच की ? एवं कितने लोगों को दंड मिलने हेतु प्रयास किया ?, उन्हें यह बताना चाहिए ! – संपादक )

केंद्र शासन द्वारा गाय को आलिंगन देने का आवाहन पीछे लेने के संदर्भ में ममता बनर्जी ने कहा कि यदि किसी एक व्यक्ति के गाय को आलिंगन देने जाने पर गाय ने उस व्यक्ति को सिंग अथवा लात मारी, तो क्या होगा ? क्या भाजपा सरकार लोगों की क्षतिपूर्ति करेगी ? (बंगाल के साथ देश में गोहत्याएं बढ रही हैं । बंगाल में बांग्लादेश सीमा पर गायों की तस्करी की जा रही है, उसे रोकने के लिए ममता बनर्जी सरकार ने गत १५ वर्षों में क्या प्रयास किए, वे यह बताएं ! – संपादक) भाजपा सरकार इतने निचले स्तर पर आ गई है कि उन्होंने नोबेल पुरस्कार प्राप्त अमर्त्य सेन का भी अपमान किया । (‘जय श्रीराम’ कहने पर ममता बनर्जी को जो क्रोध आता है, वह भगवान श्रीराम का अपमान नहीं, तो क्या है ? – संपादक)

संपादकीय भूमिका 

सीमा की रक्षा करनेवाले एक दल पर इस प्रकार का आरोप केवल राष्ट्रघाती ही लगा सकते हैं ! ऐसे आरोप से ममता बनर्जी की मानसिकता स्पष्ट होती है ! अत: बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाना आवश्यक है !