इस्लाम में तिरंगा नहीं फहराने की बात कहते हुए गणतंत्र दिवस के दिन मदरसों पर इस्लामी झंडा फहराया गया !


बाराबंकी (उत्तर प्रदेश) – गणतंत्र दिवस के अवसर पर यहां के रामपुर स्थित मदरसों पर इस्लामी झंडे फहराये गये । ग्रामीणों द्वारा पुलिस को इसकी सूचना देने के उपरांत पुलिस ने झंडे को नीचे उतारा । इस प्रकरण में हाफिज मोहम्मद सोहराब एवं मोहम्मद तबरेज निजामुद्दीन रिजवान दोनों को बंदी बनाया गया है । इस मदरसे का नाम ‘अशरफुल उलूम इमा इम्दादिया साकिन’ है । मदरसे के मौलवी ने कहा कि हमारे धर्म में तिरंगा नहीं फहराया जाता है । ( अब समय आ गया है कि मौलवियों से कहा जाए कि वे जिस देश में उनके धर्म के अनुसार झंडा फहराया जाता है, उस देश में चले जाएं । – संपादक )

संपादकीय भूमिका 

  • एक ओर जो लोग भारतीय संविधान के नाम पर सारी सुविधाओं का लाभ लेते हैं, अपनी सुविधा के अनुसार संविधान का उपयोग करते हैं , वही संविधान जब उन्हें झंडा फहराने के लिए कहता है तो धर्म के नाम पर फहराने से मना करते हैं, ऐसे लोगों को अब देश से बाहर करने की आवश्यकता है ।
  • सरकार को ध्यान देना चाहिए कि देश में मदरसों पर स्थायी रूप से प्रतिबंध लगाने का यही उचित समय है !