(कहते हैं) ‘सोमनाथ मंदिर तोड कर गजनी ने कोई गलती नहीं की !’ -ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना मोहंम्मद साजिद रशिदी

ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना मोहंम्मद साजिद रशिदी का क्रोधजनक वक्तव्य !

(मौलाना अर्थात इस्लामी अध्ययनकर्ता)

मौलाना महंमद साजिद रशिदी

नई देहली – मोहंम्मद गजनी के विषय में लोग कहते हैं कि उसने सोमनाथ मंदिर तोडा; परंतु इतिहास कहता है कि वहां के कुछ लोगों ने श्रद्धा के नाम पर अपप्रकार चालू करने का परिवाद गजनी के पास किया था । तदुपरांत गजनी ने मंदिर परिसर का निरीक्षण किया । लोगों के परिवाद यथार्थ होने की निश्चिति होने पर उसने सोमनाथ मंदिर पर आक्रमण किया । सोमनाथ मंदिर तोड कर उसने कोई गलती नहीं की । गजनी ने अपकृत्यों पर प्रतिबंध लगाने का काम किया, ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना मोहंम्मद साजिद रशिदी ने ऐसा क्रोधजनक वक्तव्य दिया है । ‘ए.एन.आइ.’ समाचार संस्था से बोलते हुए उन्होंने यह वक्तव्य दिया । रशिदी ने कहा कि ८०० वर्षों के मुगल साम्राज्य में अनेक बादशाह होकर गए । यदि उनका इतिहास पढा, तो दिखाई देगा कि उनका धर्म से कोई संबंध नहीं था । उन्होंने धर्म के नाम पर कोई काम नहीं किया, ऐसे अनेक उदाहरण देना संभव होगा । (रशिदी को समझमें लेना चाहिए कि वे चाहे कितना भी झूठ बोलने का प्रयास करें, तब भी वह कभी सत्य नहीं होगा! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)

सौजन्य न्यूज नेशन 

रशिदी ने इससे पूर्व दिया था श्रीराममंदिर तोड कर बाबरी मस्जिद निर्माण करने का वक्तव्य !

इससे ही रशिदी की खरी मानसिकता समझ में आती हैे !

इससे पूर्व रशिदी ने श्रीराममंदिर के विषय में वक्तव्य देते हुए कहा था कि हमारी भावी पीढियां श्रीराममंदिर तोड कर मस्जिद का निर्माण कार्य करेगी । आज मुसलमान शांत हैं; परंतु आगामी कालावधि में इतिहास लिखा जाएगा । (ऐसे वक्तव्य देनेवाले भारत में खुले घुमते हैं, यह संतापजनक है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )

संपादकीय भूमिका 

  • ऐसी मानसिकता की मुगल वंशज आज भी इस देश में सहस्रों की संख्या में रह रहे हैं । उनकी आसुरी मानसिकता नष्ट करने हेतु यदि चीन ने जिस प्रकार से शिनजियांग प्रांत में योजना चलाई है, वैसी योजना चलाने की किसी ने मांग की, तो आश्चर्य नहीं प्रतीत होना चाहिए !
  • हिन्दूबहुल भारत में रह कर हिन्दुओं के मंदिर के विषय में इस प्रकार का वक्तव्य करने का साहस होता है, हिन्दुओं के लिए यही लज्जाजनक है ! पाकिस्तान में ही नहीं, अपितु भारत में भी अन्य धर्मियों के श्रद्धास्थान के विषय में कोई ऐसा वक्तव्य दे, तो क्या होता है, पूरे विश्व को ज्ञात है !
  • केंद्र सरकार को हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के विषय में रशिदी के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट कर उन्हें कारावास में डालना चाहिए !