(कहते हैं) ‘भारत के विरुद्ध ३ युद्ध लडने से हम निर्धन हो गए !’ – पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के बनावटी आंसू !

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ

रियाध (सऊदी अरेबिया) – पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने ‘अल अरेबिया’ प्रसार वाहिनी को दिए साक्षात्कार के समय वक्तव्य दिया ‘भारत एवं पाकिस्तान पडोसी देश हैं । उनको एक दूसरे के संग रहना है । यह हम पर निर्भर करता है कि हम एकत्रित हो शांति से जीएं, प्रगति करें, अथवा लडते रहें । हमने भारत के विरुद्ध ३ युद्ध लडे, इसिलिए हम निर्धन एवं बेरोजगार हो गए । हमने युद्ध द्वारा शिक्षा ली है । हमें शांति से जीना है । हमें अपने प्रश्नों का समाधान ढूंढना है’ । इस समय उन्होंने प्रधानमंत्री मोदीजी को आवाहन दिया है ‘हम आमने-सामने बैठकर कश्मीर जैसे सूत्रों का समाधान ढूंढें’ ।

पाकिस्तान में बेरोजगारी एवं महंगाई ने चरम सीमा पार कर ली है । देश में लोगों को गेहूं का आटा न मिलने से दंगे हो रहे हैं । इस पृष्ठभूमि पर पाकिस्तान को भारत का स्मरण हो रहा है । दूसरी ओर पाकिस्तान के प्रसार माध्यम खुलेआम भारत के प्रधानमंत्री मोदीजी की प्रशंसा कर रहे हैं तथा कह रहे हैं, ‘भारत प्रत्येक क्षेत्र में शक्तिशाली है !’

(कहते हैं) ‘भारत में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहे हैं !’

इसी को कहते हैं, चोरी और सीनाजोरी ! पाक में विगत ७५ वर्षों से अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर अत्याचार हो रहे हैं तथा भारत के मुसलमानों की संख्या प्रतिदिन बढती जा रही है । इसलिए इस प्रकार का वक्तव्य देना अर्थात ‘झूठ बोलें परंतु दृढता से बोलें;’ ऐसा कह सकते हैं !

प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने आगे कहा कि कश्मीर में सदैव मानव अधिकारों का उल्लंघन किया जाता है । धारा ३७० के अंतर्गत कश्मीरियों को मिले अधिकार भारत ने निरस्त कर दिए । अगस्त २०१९ में स्वायत्तता रद्द की गई । भारत में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहे हैं । यह सर्व किसी भी परिस्थिति में रुकना चाहिए । इससे विश्व में संदेश जाएगा कि भारत चर्चा करने के लिए तैयार है । (कश्मीर भारत का अविभाज्य अंग है । इस विषय में पाक से चर्चा करने की कोई आवश्यकता नहीं है । पाक अपने नियंत्रण का कश्मीर (पीओके)बिना किसी शर्त भारत को वापस दे, कश्मीर की समस्या पर एकमात्र यही समाधान है ! – संपादक)

हमें निर्धनता समाप्त करनी है !

शाहबाज शरीफ ने कहा कि हमें निर्धनता समाप्त करनी है । हमें समृद्धि एवं प्रगति चाहिए । हमें अपने लोगों को शिक्षा देनी है, उनको अच्छी स्वास्थ्य सुविधा एवं नौकरी देनी है । हम अपने संसाधन, बम एवं विस्फोटक पर व्यय नहीं कर सकते । मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यही संदेश देना है । हम दोनों परमाणु संपन्न देश हैं ! भगवान न करें, कि युद्ध हो । यदि ऐसा होता है, तो ‘क्या हुआ था’ यह कहने के लिए क्या कोई शेष रह पाएगा ? (शाहबाज शरीफ, युद्ध होने पर भारत का नहीं, अपितु पाकिस्तान का विचार करें । वर्तमान में तो बिना युद्ध के ही पाकिस्तान के टुकडे होनेवाले हैं तथा वह देश पूर्णतया निर्धन (भिखमंगा) होनेवाला है, विश्व को यही चित्र दिख रहा है ! – संपादक)

संपादकीय भूमिका 

भारत ने युद्ध लडने को कहा नहीं था, अपितु पाकिस्तान को ही उसके लिए खुजली हो रही थी, यह उसी का परिणाम है । यह परिणाम इतने पर ही नहीं रुकेगा, अपितु पाकिस्तान का सर्वनाश होनेवाला है, शरीफ यह ध्यान में लें !